आम आदमी पार्टी ने न केवल रोड शो संग चुनाव-प्रचार करने व जुलूस निकालने में सबको पीछे छोड़ दिया है बल्कि आपा खोने में भी दूसरे दल उससे पीछे हैं। भारत निर्वाचन आयोग की गाइड लाइन को दरकिनार करने की बात हो या फिर जिला निर्वाचन अफसर की अनुमति के बिना चुनावी-गोष्ठी करने की, आप है सबसे आगे। बात हो रही है आचार संहिता का उल्लंघन करने की। आचार संहिता प्रभारी अफसर की ओर से निर्वाचन आयोग को भेजी गई रिपोर्ट पर नजर डालें तो 15 मार्च से 30 अप्रैल के बीच चुनाव प्रचार करने में ‘आप’ ने कायदे-कानून का सर्वाधिक उल्लंघन किया।

तेरह जगहों पर प्रथम सूचना रिपोर्ट

‘आप’ द्वारा एक-दो नहीं, तेरह जगहों पर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति करने की बात सामने आई है। इन सभी मामलों में पार्टी के खिलाफ अलग-अलग थानों में एफआइआर भी दर्ज करा दी गई है। चेतगंज, कोतवाली, चौक, लोहता, जैतपुरा, सिगरा, दशाश्वमेध, लक्सा व फूलपुर पुलिस स्टेशनों पर बिना अनुमति के ही चुनावी गोष्ठी करने, लाउड स्पीकर का प्रयोग करने तथा प्रचार सामग्री पोस्टर, बुकलेट ले जाने, प्रकाशक-मुद्रक का नाम प्रिंट न होने पर कार्रवाई की गई है।

भाजपा नौ, सपा चार जगहों पर फंसी

आचार संहिता उल्लंघन मामले में भाजपा भी कम नहीं। बिना अनुमति चुनाव प्रचार, गोष्ठी आदि करने पर भाजपा के खिलाफ चौक, चेतगंज, रामनगर संग लक्सा, कैंट, लंका, भेलूपुर, चौबेपुर और फूलपुर थाने में नौ प्राथमिकी दर्ज है। सपा ने भी चार जगहों पर आचार संहिता का उल्लंघन किया। उसके खिलाफ लक्सा, दशाश्वमेध, फूलपुर थाने में एफआइआर दर्ज है।

कांग्रेस, राअद पर भी कसा शिकंजा

बिना अनुमति चुनाव-प्रचार करने व आचार संहिता उल्लंघन के प्रकरण में कांग्रेस के खिलाफ दो, राष्ट्रीय अपना दल व गरीब आदमी पार्टी के विरुद्ध एक-एक तथा चार अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों पर चार जगहों पर एफआइआर दर्ज कराई गई। कांग्रेस के खिलाफ रोहनिया पुलिस स्टेशन में दो प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की गई है। राष्ट्रीय अपना दल के खिलाफ मंडुवाडीह, गरीब आदमी पार्टी के विरुद्ध दशाश्वमेध थाने में एफआइआर दर्ज करा दी गई है।

अजय राय पर मुकदमे छिपाने का आरोप

चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। हिंदू जागरण मंच से जुड़े अधिवक्ता दिनेश नारायण सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय पर नामांकन के दौरान मुकदमे से संबंधित दिए हलफनामे को झूठा बताया है। अधिवक्ता का आरोप है कि अजय राय पर वाराणसी समेत अन्य जिलों में कुल पंद्रह मुकदमे दर्ज हैं जबकि हलफनामे में उन्होंने नौ मुकदमों का उल्लेख किया है। जिला निर्वाचन अधिकारी को मुकदमों के बाबत बृहस्पतिवार को सूची उपलब्ध कराते हुए अधिवक्ता ने कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन निरस्त करने की मांग की है। कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय से जब इस बाबत बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि अधिवक्ता गलतबयानी कर रहे हैं। हलफनामा में जिन मुकदमों के उल्लेख न होने की बात कही जा रही है उन मामलों में अदालत से वह रिहा हो चुके या फिर समझौता हो चुका है।

आप ने जारी किया बनारस का घोषणा-पत्र

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की तर्ज पर वाराणसी के लिए भी अलग घोषणा-पत्र जारी किया है। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में ताल ठोंक रहे आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तरह यहां भी क्षेत्रीय घोषणा-पत्र जारी कर नया दांव चला है। आप के घोषणा-पत्र पर लिखा है, ‘गंगा से लेकर संसद तक की सफाई के लिए आम आदमी पार्टी का बनारस संकल्प-पत्र।’ आठ पन्नों के घोषणा-पत्र में गंगा की सफाई, जिले के लिए विशेष पैकेज, बेहतर सड़कें, 24 घंटे बिजली और बीएचयू को अपग्रेड करने जैसे कई मुद्दे शामिल हैं।