विजयवर्गीय का कमलनाथ पर हमला, कहा- हनीट्रैप मामले में सीएम अधिकारियों की उंगलियों पर नाच रहे हैं
विजयवर्गीय ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह उच्च अधिकारी बच नहीं पाएंगे जो हनी ट्रैप में फंसे हुए हैं। वे अधिकारी खुद को बचाने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उन्हें बेनकाब नहीं करेगी तो हम उन्हें बेनकाब करेंगे।
इस दौरान उन्होंने मानव तस्करी के मामले में शिकार हुए कुछ पीड़ित परिवार के लोगों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि होटल माय होम मामले में पुलिस-प्रशासन ने गरीब आर्केस्ट्रा वाले और वेटरों पर मानव तस्करी के केस दर्ज किए गए हैं, जबकि उनका इसमें कोई हाथ नहीं है।
ममता बनर्जी बंगाल की मुख्यमंत्री हैं, बांग्लादेश की नहीं- कैलाश
वहीं, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तीखे विरोध पर पलटवार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तंज कसते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बांग्लादेश की मुख्यमंत्री नहीं हैं।
विजयवर्गीय ने कहा कि मुझे पता नहीं कि बनर्जी ने भारत का संविधान पढ़ा भी है या नहीं? भारत में संघीय ढांचे के तहत केंद्र और राज्य सरकारें अपनी जिम्मेदारियों का अलग-अलग निर्वहन करती हैं। नागरिकता के संबंध में कानून बनाकर इसे संसद में पारित करना केंद्र सरकार का काम है।
भाजपा महासचिव ने कहा कि संघीय ढांचे में बनर्जी भला कैसे कह सकती हैं कि वह इस कानून (नागरिकता संशोधन विधेयक) को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देंगी। वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं, बांग्लादेश की नहीं।
धर्मनिरपेक्षता का राग अलापने वाली कांग्रेस ने किया विधेयक का विरोध- कैलाश
विजयवर्गीय विधेयक का विरोध कर रही कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक के लोकसभा में पारित होने के साथ ही देश की जनता के सामने भाजपा के विपक्षी दलों के चेहरे भी बेनकाब हुए हैं जो तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के नाम पर सत्ता की कुर्सी से चिपके हुए थे।
उन्होंने कांग्रेस पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्षता का राग अलापने वाली कांग्रेस ने इस विधेयक का पूरी ताकत से विरोध किया है। अब आप कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता देखिए कि केरल में वह मुस्लिम लीग से समझौता करती है, तो महाराष्ट्र में शिवसेना से हाथ मिलाकर सरकार बनाती है।
विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस एक तरफ सरकार बनाने के लिए हिंदू अतिवादियों से समझौता करती है। दूसरी ओर, वह इस्लामी अतिवादियों से भी समझौता कर लेती है। दरअसल, सत्ता और कुर्सी के अलावा कांग्रेस की कोई विचारधारा ही नहीं है।