FIR on 24 including fraud mastermind Ghanshyam Rajput in Rohit Society

भोपाल . मुख्यमंत्री कमलनाथ से माफिया के खिलाफ फ्री हैंड मिलने के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। शुक्रवार को राजधानी की सबसे विवादित रोहित हाउसिंग सोसायटी के मास्टरमाइंड घनश्याम सिंह राजपूत व संचालक मंडल में रहे 24 पदाधिकारियों पर ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

राजपूत के खिलाफ फर्जीवाड़े की पहली शिकायत ईओडब्ल्यू में 2009 में हुई थी, लेकिन उसके रसूख के आगे जांच एजेंसियों की फाइलें बार-बार बंद हो जाती थीं। राजपूत ने खुद और पत्नी संध्या सिंह के नाम से सोसायटी में 2003 में दो प्लॉट लिए। इसके बाद 2005 में वह षड्यंत्रपूर्वक खुद सोसायटी के संचालक मंडल में शामिल हो गया। ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं के संचालक मंडल में पदाधिकारी रहे लोग पद से हटने के बाद भी घपले-घोटालों की जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं।  ईओडब्ल्यू अधिकारियों का कहना है कि संस्था के अकाउंट से 22.70 करोड़ की हेराफेरी के प्रमाण मिले हैं। सोसायटी के रिकार्ड को जानबूझकर गायब किए जाने की बात भी सामने आई है। भास्कर संवाददाता ने जब राजपूत से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि यदि एफआईआर हुई है तो वे भी अपना पक्ष रखेंगे।