लोकसभा में पास होने के बाद तेलंगाना बिल आज राज्यसभा में पेश किया जाएगा. सरकार के सामने उच्च सदन में भी इसे पास कराने की चुनौती होगी.तेलंगाना बिल का कांग्रेस के भीतर जबरदस्त विरोध हो रहा है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी बुधवार को इस्तीफा देंगे. सुबह करीब 10 बजे वह मीडिया से बात करेंगे, फिर राज्यपाल को इस्तीफा सौंप देंगे. बताया जा रहा है कि 50 विधायकों के साथ वह अलग पार्टी भी बना सकते हैं.

मसले पर आज भी बवाल के आसार हैं. वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगनमोहन ने बुधवार को आंध्र बंद बुलाया है. विशाखापत्तनम में तेलंगाना का जोरदार विरोध हो रहा है. वहीं सैकड़ों की तादाद में तेलंगाना समर्थकों ने लोकसभा में बिल पास होने की खबर पर जश्न मनाया.

मंगलवार को लोकसभा में तेलंगाना बिल जबदस्त विरोध के बीच 32 संशोधनों के साथ पास हो गया. वोटिंग के दौरान जेडीयू और टीएमसी ने वॉकआउट किया. वोटिंग की कार्यवाही का प्रसारण टीवी पर नहीं दिखाया गया. बंद सदन में आंध्र के बंटवारे का बिल पास हुआ. बाद में लोकसभा टीवी की ओर से इसके पीछे ‘तकनीकी’ कारण बताए गए. इस पर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि ऐसी चीजें होती रहती हैं.

वहीं इस ब्लैकआउट को लेकर बीजेपी की ओर से सुषमा स्वराज ने भी सफाई देते हुए कहा कि उन्हें कार्यवाही का प्रसारण रोके जाने के बारे में नहीं मालूम था. सुषमा ने कांग्रेस पर ‘डबल गेम’ का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने कुछ संशोधनों के लिए बात रखी थी. सुषमा ने यह भी बताया कि संसद में हुए हंगामे से आडवाणी दुखी हैं.

तेलंगाना बिल पास होने के साथ ही सीमांध्र के लिए आर्थिक पैकेज को भी मंजूरी दी गई है, लेकिन रकम का ऐलान नहीं किया गया.