राजनाथ ने कहा, सेक्युलर शब्द का सबसे ज्यादा दुरुपयोग हुआ
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि देश में सबसे ज्यादा दुरुपयोग सेक्युलर शब्द का हुआ है। सेक्यलुर शब्द का वास्तविक अर्थ पंथ निरपेक्ष होता है न कि धर्म निरपेक्ष। इसका दुुरुपयोग बंद होना चाहिए। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्षता का इस्तेमाल नहीं किया क्योंकि भारत अपने आप में ही पंथ निरपेक्ष है। राजनाथ सिंह ने लोकसभा में संविधान के प्रति प्रतिबद्धता विषय पर चर्चा की शुरु करते हुए यह बयान दिया।
गृह मंत्री ने भारत दुनिया का इकलौता देश है जहां इस्लाम के सभी 72 फिरके रहते हैं। पारसी बाहर से आए और आज उनका सबसे ज्यादा सम्मान होता है। भारत में जो पैदा हुए हैं वे सभी आपस में भाई हैं। भारत में लोकतंत्र पहले से ही था, भगवान राम लोकतांत्रिक थे। इसी का नतीजा था कि उन्हें अपनी पत्नी सीता से अग्नि परीक्षा लेनी पड़ी। हम देश से छुआछूत मिटाकर रहेंगे।
उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान पर इशारों इशारों में हमला बोलते हुए कहाकि अंबेडकर ने काफी आलोचनाएं झेली लेकिन उन्होंने एकीकृत भारत के लिए अपना दृष्टिकोण बरकरार रखा। अंबेडकर ने कभी नहीं सोचा कि मुझे अपमान झेलने को मिला है तो मैं देश छोड़ कर कही और चला जाऊं। इस पर कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने विरोध जताते हुए कहाकि अंबेडकर तो यहीं के थे आर्य बाहर से आए थे। हम पांच हजार साल से इस बात के लिए लड़ रहे हैं।