रसोई गैस के ज्यादातर उपभोक्ता एलपीजी पोर्टेबिलिटी स्कीम के तहत वितरक या कंपनी नहीं बदलना चाहते। इस स्कीम को शुरुआती दो महीने में ज्यादा रिस्पांस नहीं मिला है। अब तक मिले रुझानों से तो यही बात सामने आई है। दो महीने में राजधानी के सिर्फ गिने- चुने उपभोक्ताओं ने ही एजेंसी बदलने के लिए आवेदन दिए हैं।

इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड(आईओसीएल) के भोपाल स्थित एरिया ऑफिस में सात जिलों के लगभग दो दर्जन उपभोक्ताओं ने ही अब तक आवेदन किए हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय ने अक्टूबर में देश के 13 राज्यों के 24 जिलों में यह स्कीम लागू की थी। इसके बाद पूरे देश में यह स्कीम 22 जनवरी से शुरू की गई है। जिले में पांच लाख से ज्यादा रसोई गैस उपभोक्ताओं में से इंडेन से जुड़े 3 लाख 35 हजार उपभोक्ता हैं। आईओसीएल के सीनियर एरिया मैनेजर ओपी साहू ने कहा कि उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए ही स्कीम लागू की गई है, अभी शुरुआत है, धीरे- धीरे ज्यादातर उपभोक्ता इसका फायदा उठाएंगे।