वाशिंगटन। क्या अल कायदा के सरगना ओसामा बिल लादेन को मारने के बाद अमेरिकी सील कमांडो ने बिना सरकार को सूचित किए उसकी तस्वीर ली थी? बिन लादेन को मारने के इतने सालों बाद आज ये सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि सील कमांडो के एक अधिकारी पर बिना सरकार की जानकारी के ओसामा बिन लादेन की तस्वीर को अपने पास रखने और लादेन के जुड़ी खूफिया जानकारी सार्वजनिक करने का आरोप लगा है।

हार्ड ड्राइव से मिली लादेन की तस्वीर

अमेरिकी समाचार रिपोर्ट के मुताबिक 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए भेजे गए अमेरिकी सील कमांडो दस्ते में से एक अधिकारी मैथ्यू बिसोनेट पर बिन लादेन की उस वक्त की तस्वीर और उससे जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने का आरोप लगा है। अमेरिकी जांच अधिकारियों ने मैथ्यू के पास से एक हार्ड ड्राइव बरामद की है जिसमे लादेन को मारने के बाद की तस्वीर मिलने की खबर है।

अमेरिका ने कभी जारी नहीं की ओसामा की तस्वीर

आपको बता दें कि अमेरिकी सरकार ने सांप्रदायिक तनाव की आशंका की वजह से कभी भी ओसामा बिन लादेन के मृत शरीर की तस्वीर को जारी नहीं किया। यही वजह रही कि अमेरिका ने ओसामा के मृत शरीर के अंतिम संस्कार को लेकर भी यही बयान दिया कि उसका शरीर समुंद्र मे बहा दिया गया। अमेरिकी सरकार ने अधिकारियों के सामने भी ये शर्त रखी थी कि वो इन तस्वीरों का गैरकानूनी तरीके से सार्वजनिक तौर पर इस्तेमाल नहीं करेंगे।

किताब जरिए खूफिया जानकारी सार्वजनिक करने का आरोप

और अब मैथ्यू बिसोनेट पर अपनी किताब ‘नो इजी डे’ के जरिए लादेन से जुड़ी कई अहम जानकारियों को सार्वजनिक करने का आरोप लगा है। हालांकि बिसोनेट के वकील रॉबर्ड लुसकिन ने एक अग्रेजी चैनल पर दिए इंटरव्यू में मैथ्यू पर लादेन से जुड़ी खूफिया जानकारी सार्वजनिक करने संबंधी आरोपों का खंडन किया है।