नई दिल्‍ली। शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे की तारीफ की है, लेकिन साथ ही भाजपा को यह भी बताने का प्रयास किया है कि मोदी ही एक ऐसे पीएम नहीं है जो अच्‍छा काम कर रहे हैं। इससे पहले के पीएम ने भी अच्‍छे कार्य किए हैं, जिसकी सराहना की जानी चाहिए।

पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि मोदी की तरह पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी भी विदेशों में लोकप्रिय थे। जिस समय मीडिया और सोशल मीडिया का इस प्रकार अस्तित्‍व नहीं था, उस समय इन नेताओं की जबरदस्‍त लोकप्रियता थी। तब भारत बहुराष्‍ट्रीय कंपनियों के लिए बाजार नहीं बना था। अाज देश आर्थिक प्रगति कर रहा है। भारत एक खुला बाजार बन चुका है। ऐसे में 125 करोड़ आबादी वाले बाजार की तरफ ललचायी नजरों से दुनिया का देखना स्‍वाभाविक है।

लेख में कहा गया है कि यह सच है कि प्रधानमंत्री मोदी जबरदस्‍त लोकप्रिय हैं, परंतु नरसिंहा राव और मनमोहन सिंह ने देश की आर्थिक प्रगति के लिए जो बुनियाद डाली, भारत के दरवाजे और खिड़कियां खोलकर दुनिया को निमंत्रण दिया, देश की अर्थव्‍यवस्‍था को खुला किया, उसे कैसे भुलाया जा सकता है? सो, राव और मनमोहन भले ही उतने लोकप्रिय न हो किंतु उनके काम को अंधेरे में नहीं डाला जा सकता है।

संपादकीय में कहा गया है कि भले ही ये दोनों पीएम विरोधी विचारों के थे, वे अस्थिर सरकार चला रहे थे, पार्टी और सरकार पर उनका एकछत्र नियंत्रण नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में वे देश का हित देख रहे थे। जब देश विकट अवस्‍था में था तब अर्थव्‍यवस्‍था को आकार और प्रगति की दिशा देने का काम राव और मनमोहन ने किया।

इसके साथ ही संपादकीय में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की भी तारीफ की गई। दूरसंचार, कंप्‍यूटर, मोबाइल के क्षेत्र में दोनों द्वारा किए गए कार्य की सराहना की गई। कहा गया कि मोदी इन्‍हीं के द्वारा किए गए कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं।