नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की कोशिशों पर पानी फिर गया है। मोदी ने विपक्ष की एकता में सेंध लगाते हुए सपा और बसपा को अपने पाले में कर लिया है। बिल पर मोदी सरकार को दोनों पार्टियों का साथ मिल गया है। समाचार चैनलों के मुताबिक सर्वदलीय बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने लैंड बिल का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार को इस पर आगे बढ़ना चाहिए। मुलायम की पार्टी के नए रूख को सपा और भाजपा के बीच नए रिश्तों की शुरूआत के रूप में देखा जा रहा है। गौरतलब है कि विपक्ष की एकजुटता के लिए सोनिया गांधी ने इफ्तार पार्टी दी थी।

सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह इफ्तार पार्टी में नहीं गए थे। उधर कांग्रेस अपने कड़े रूख पर कायम है। कांग्रेस ने सुषमा स्वराज,वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह के इस्तीफे की मांग कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। संसद का मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। सोमवार को संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। संसद भवन में बैठक हुई। -सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह इफ्तार पार्टी में नहीं गए थे। उधर कांग्रेस अपने कड़े रूख पर कायम है। कांग्रेस ने सुषमा स्वराज,वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह के इस्तीफे की मांग कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। संसद का मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। सोमवार को संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। संसद भवन में बैठक हुई।

बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद थे। बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली, जदयू अध्यक्ष शरद यादव,जदयू नेता केसी त्यागी,सपा नेता रामगोपाल यादव,नरेश अग्रवाल,बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा,सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद शामिल हुए। बैठक में तृणमूल कांग्रेस के किसी नेता ने भाग नहीं लिया।