वॉशिंगटन। परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को बड़ा खतरा बताते हुए इसके खिलाफ सभी देशाें को एकजुट होकर लड़ने की अपील की है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा दिए गए भोज के दौरान आतंकवाद पर भारत की गहरी चिंता जताई। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद आज किसी एक देश के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन चुका है। इससे यदि जीतना है तो सभी देशों को एकजुट होकर इसके खिलाफ लड़ना होगा।

इस दौरान दिए अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि यह कहना गलत है कि यह उसका आतंकवाद है और वो इसका आतंकवाद है। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति ओबामा की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने विश्व को आतंक के खतरे से उबारने के लिए काफी सराहनीय काम किए है। ब्रसेल्स हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस हमले ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। साथ ही इस हमले से आतंकवाद से अपने परमाणु हथियारों और संयत्रों की रक्षा करने की चिंता भी सभी देशों के सामने उभरकर आई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज के दौर में आतंकवाद के तीन चेहरों से बेहद सावधान रहने की जरूरत है। पहला कि आतंकवाद थियेटर के रूप में हिंसा को भड़का सकता है। दूसरा अब वह वक्त नहीं है जब हमें दुश्मन को सुरंगों में या पहाड़ों में तलाशना है बल्कि अब दुश्मन हमारे ही करीब बैठा हुआ है। आज उसका जरिया मोबाइल फोन से लेकर सभी के घरों में मौजूद कंप्यूटर है।

इसके अलावा सबसे बड़ा खतरा है वो संगठन जो उन्हें परमाणु ताकत हासिल करने में मदद कर सकते हैं। इन सभी से आज विश्व को बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज आतंकवाद एक विश्वव्यापी समस्या है इसके बाद भी हम एक राष्ट्र के तौर पर ही उससे लड़ते हैं। आतंकवाद को खत्म करने के लिए हमें उसकी जड़ों को खत्म करना होगा।