न्यूयॉर्क। दुनिया की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसाफ्ट को अब तक के सबसे बड़े तिमाही घाटे का एलान किया है। कंपनी को पिछली तिमाही में 3.2 अरब डॉलर का घाटा हुआ है।

भारतीय मुद्रा में यह रकम 20,000 करोड़ रुपये बैठती है। कंपनी को यह नुकसान नोकिया के अधिग्रहण से जुड़ी बड़ी रकम बट्टे खाते में डालने और विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की मांग घटने के कारण हुआ है। इस दौरान माइक्रोसॉफ्ट की आय भी पांच फीसद गिरकर 22.18 अरब डॉलर (करीब 1,40,400 करोड़ रुपये) रह गई।

विंडोज की मांग कम होने के कारण सत्या नडेला की लीडरशीप में कंपनी फिलहाल सॉफ्टवेयर और क्लाउड आधारित बिजनेस पर फोकस कर रही है। तिमाही के दौरान विंडोज की कंप्यूटर मैन्यूफैक्चरर को बिक्री 22 फीसद गिर गई। कमजोर नतीजों के चलते माइक्रोसॉफ्ट के शेयर चार फीसदी गिरकर 45.38 डॉलर तक पहुंच गए।

माइक्रोसॉफ्ट ने चौथी तिमाही में नोकिया हैंडसेट कारोबार के पुनर्गठन के लिए 7.5 अरब डॉलर का प्रावधान किया था। माइक्रोसॉफ्ट इसी महीने 7,800 कर्मचारियों की छंटनी करने का एलान कर चुकी है। इनमें से अधिकांश हैंडसेट कारोबार से जुड़े हैं।

29 को लांच होगा विंडोज10

कंपनी 29 जुलाई को अपना बहुप्रतीक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज10 लांच करेगी। कंपनी ने इसे विंडोज8 खरीद चुके ग्राहकों को मुफ्त में उपलब्ध कराने का एलान किया है। इसी साल अप्रैल में माइक्रोसॉफ्ट के सीएफओ एमे हूड ने कहा था कि कंपनी विंडोज10 इंटरफेस के जरिये सर्च और गेमिंग पर फोकस कर आमदनी बढ़ाएगी। कंपनी का सर्च इंजन बिंग जून 2016 तक मुनाफे में आ जाएगा।