मध्यप्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष बनीं हिना, कांग्रेस की झोली में दोनों पद
बृहस्पतिवार को कांग्रेस विधायक हिना कांवरे को मध्य प्रदेश विधानसभा का उपाध्यक्ष चुन लिया गया। कांवरे के निर्वाचित होते ही प्रदेश में एक और परंपरा टूट गई। पिछले लगभग तीस सालों से स्पीकर सत्ता पक्ष का होता था और उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाता था। लेकिन भारी शोरगुल के बीच उसी पैटर्न पर कांवरे को उपाध्यक्ष घोषित कर दिया गया, जिस तरह एनपी प्रजापति स्पीकर घोषित किए गए थे। इस दौरान भाजपा के विधायक विरोध करते रहे, लेकिन स्पीकर प्रजापति ने हिना कांवरे को उपाध्यक्ष घोषित कर दिया।
भाजपा ने जगदीश देवड़ा को उपाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया था। शुरू के चार प्रस्ताव कांवरे के थे और पांचवां देवड़ा के समर्थन में था। प्रजापति ने चार प्रस्ताव पढ़कर ध्वनि मत से कांवरे के निर्वाचन का एलान कर दिया। बाद में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि दोनों ही पदों के लिए वोटिंग नहीं कराई गई। चुनाव प्रक्रिया अलोकतांत्रिक है। इसे कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।