मंदसौर। निशुल्क शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश का अंतिम चरण 8 जुलाई को समाप्त हो गया। इसके छह दिन बाद भी सिर्फ मंदसौर ब्लॉक की जानकारी ही पोर्टल पर अपलोड हुई है। मंदसौर ब्लॉक में अंतिम चरण के बाद भी निजी स्कूलों की 409 सीटें खाली ही रही है। लोगों ने नामी स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिलाने में रुचि दिखाई थी। इसके चलते सर्वाधिक आवेदन वहीं पहुंचे थे। सोमवार को निजी स्कूल संचालकों और सभी ब्लॉक के बीआरसी की बैठक जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारियों ने ली गई। इसमें 6 दिन में इंट्री करने को कहा गया।

जिला शिक्षा केंद्र द्वारा निशुल्क शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों में सबसे पहली कक्षा में उपलब्ध कूल स्थानों में से 25 प्रश सीटों पर निशुल्क प्रवेश के लिए तीन बार आवेदन मंगाए गए। 8 जुलाई को तीसरा चरण समाप्त होने के बाद सभी स्कूलों द्वारा विखं पर जानकारी उपलब्ध कराना थी। विकासखंड अधिकारियों को बची हुई सीटों सहित अन्य जानकारी को पोर्टल पर इंट्री कराना थी। जिससे यह पता चल सके कि किन स्कूलों में अभी भी सीटें खाली हैं। मल्हारगढ़, भानपुरा, गरोठ और सीतामऊ विकासखंड अधिकारी द्वारा जानकारी उपलब्ध कराने में लापरवाही बरती जा रही है।

20 जुलाई तक इंट्री

करने के निर्देश

जिला शिक्षा केंद्र द्वारा अवगत कराने के बाद भी विखं स्तर पर निजी स्कूलों से जानकारी नहीं एकत्र की गई। जिन स्कूलों ने जानकारी उपलब्ध कराई। उनकी पोर्टल पर इंट्री नहीं की गई। सोमवार को नूतन मावि में सहायक परियोजना अधिकारी विजय जोशी ने निजी स्कूल प्राचार्यों, नोडल अधिकारियों और विकासखंड अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें 20 जुलाई तक पोर्टल पर इंट्री करने के निर्देश दिए गए।

इसलिए इंट्री करना जरूरी

तीसरे चरण के बाद अगर अधिक संख्या में सीटें खाली रह जाती है। तो इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र को अवगत कराया जाता है। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा इन सीटों को भरने के लिए फिर से आवेदन मंगाने के संबंध में अंतिम निर्णय लेकर आदेश जारी करता है। पोर्टल पर इंट्री नहीं होने से अधिकारियों को सही स्थिति का पता नहीं चल पा रहा है।

खाली रह गई सीटें

निशुल्क शिक्षा के अधिकार के तहत मंदसौर सहित पूरे ब्लॉक में कुल 210 स्कूल आते हैं। इसमें कुल 1612 सीटों के लिए आवेदन करना थे। प्रथम और द्वितीय चरण में 290 सीटों के लिए प्रवेश हुए। इसके बाद तीसरे चरण में कुल मिलाकर 1203 सीट भरी गई। इसके बाद भी 409 सीट खाली रह गई।

हिंदी स्कूल रह गए खाली

अभिभावकों ने भी सीबीएसई कोर्स व अंग्रेजी माध्यम वाले निजी स्कूलों को प्राथमिकता पर रखकर सर्वाधिक आवेदन किए। हिंदी स्कूलों के लिए अभिभावकों ने रुचि नहीं दिखाई। लोटस वेली स्कूल में 6 सीटों के लिए 80 आवेदन प्राप्त हुए। करनी इंटरनेशनल स्कूल की 15 सीटों के लिए 106 आवेदन प्राप्त हुए। यही स्थिति दशपुर विद्यालय और वात्सल्य पब्लिक स्कूल सहित अन्य नामी स्कूलों की भी रही, जिससे द्वितीय चरण में ही सभी रिक्त सीटों पर प्रवेश हो गए।

निर्देशित किया

चार ब्लॉक की जानकारी नहीं मिल पाई है। बैठक में 20 जुलाई तक जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद खाली सीटों को देखकर राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा फिर से आवेदन मंगाने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।