भारत-ऑस्ट्रेलिया दूसरे टी-20 में एमसीजी पर बनें ये पांच रिकॉर्ड
मेलबर्न। भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही तीन टी-20 मैचों की सीरीज भारत ने 2-0 से अपने नाम कर ली है। शुक्रवार को मेलबर्न में खेले दूसरे टी-20 मुकाबले में जीत के साथ कई नए रिकार्ड्स भी बना डाले।
एससीजी पर टीम इंडिया का सबसे बड़ा स्कोर
शुक्रवार को एमसीजी पर विस्फोटक बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा की तूफानी पारी की बदौलत ने टीम इंडिया ने 3 विकेट पर रिकॉर्ड 184 रन का स्कोर बना डाला। इससे पहले एमसीजी पर बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था, जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 11 जनवरी 2009 को 9 विकेट पर 182 रन बनाए थे।
धवन, रोहित ने तोड़ा बेल और डेविस का रिकॉर्ड
रोहित और धवन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज करते हुए एमसीजी पर शुक्रवार को पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। इन्होंने 97 रनों की साझेदारी की। इससे पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के इयान बेल और स्टीव डेविस के नाम था, जिन्होंने 14 जनवरी 2011 को ऑस्टे्रलिया के खिलाफ पहले विकेट के लिए 60 रन जोड़े थे।
भारत के ओपनर्स की दूसरी बड़ी साझेदारी
रोहित व धवन ने इस मैच में 97 रनों की साझेदारी की। यह अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैचों में भारत की तरफ से पहले विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर के नाम पर है जिन्होंने 2007 में सेंचुरियन में इंग्लैंड के खिलाफ पहले विकेट के लिए 136 रन जोड़े थे।
धवन का टी-20 में उच्चतम स्कोर
टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन का अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में उच्चतम स्कोर 33 रन था। धवन ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में 42 रन बनाते हुए इसे सुधारा।
धोनी की विशिष्ट उपलब्धि
विकेटकीपर के रूप में धोनी ने इस मैच में विशेष मुकाम हासिल किया। वे श्रीलंका के कुमार संगकारा को पीछे छोड़कर अंतरराष्ट्रीय मैचों (टेस्ट, वन-डे और टी-20) में स्टम्पिंग के मामले में दुनिया के नंबर एक विकेटकीपर बन गए। कुमार संगकारा ने 594 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 139 स्टम्पिंग की है।
धोनी ने इस मैच से पहले 418 मैचों में 138 स्टम्पिंग की थी। धोनी ने इस मैच में युवराज की गेंद पर ग्लेन मैक्सवेल (1) को स्टम्प कर संगकारा के रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने इसके बाद रवींद्र जडेजा की गंद पर जेम्स फॉकनर (10) को स्टम्प कर संगकारा को पीछे छोड़ते हुए विश्व कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। अब उनके नाम 419 मैचों में 140 स्टम्पिंग हो चुकी हैं।




