भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि देश में चल रहे बदलाव के दौर को बिहार ही दिशा देगा। वह भाजपा अति पिछड़ा मंच की ओर से बुधवार को पटना में आयोजित कपरूरी ठाकुर जयंती समारोह में बोल रहे थे।राजनाथ ने बिहार के मुख्यमंत्री रहे कपरूरी ठाकुर की संतों से तुलना करते हुए उन्हें आदर्श सार्वजनिक जीवन का मानदंड बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री पद के भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और कपरूरी ठाकुर के जीवन की समानताओं की चर्चा की। कहा कि दोनों का बचपन घोर अभाव में बीता। वर्तमान राजनीतिक प्रवृत्ति पर टिप्पणी करते हुए सिंह ने कहा कि इन दिनों सादगी और सरलता की राजनीतिक ब्रांडिंग हो रही है। उनके मुताबिक बिहार पर जातिवादी राजनीति का कलंक लगाया जाता है, लेकिन यह सही नहीं है। यह राज्य त्याग, बलिदान और गरीबों के लिए दर्द रखने वालों को इज्जत देता रहा है। सामंती सोच और कुलीन राजनीति के खिलाफ चिंगारी इसी धरती से उठती रही है।

सिंह ने कहा कि बड़े काम के लिए बड़े घर में पैदा होना जरूरी नहीं है। कपरूरी और नरेंद्र मोदी इसके उदाहरण हैं। इस मौके पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कपरूरी ठाकुर को भारत रत्‍‌न दिए जाने की मांग की।