बलात्कार के आरोप में जेल में बंद आसाराम और नारायण साईं के पूर्व सेवादार अखिल की उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में गोलीमार कर हत्या कर दी गई है. अखिल आसाराम के खिलाफ केस में पुलिस का अहम गवाह था. वह काफी समय से मुजफ्फरनगर में ही रह रहा था. रविवार देर शाम अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने अखिल की गोली मार कर हत्या कर दी. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.35 वर्षीय अख‍िल गुप्ता की मुजफ्फरनगर के न्यू मंडी पुलिस थाना क्षेत्र में जानसठ रोड पर अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी. अख‍िल उस समय घर लौट रहा था. पुलिस ने बताया कि अख‍िल को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

गौरतलब है कि अखिल 7 साल तक आसारम का रसोईया और निजी सहायक रह चुका है और उसने पुलिस के सामने आसाराम के कई राज खोलकर रख दिए थे. सूरत की जिन दो बहनों ने आसाराम के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था, उसी रिपोर्ट में अखिल का नाम भी शामिल था. इस रिपोर्ट के बाद ही सूरत पुलिस उसे मुजफ्फरनगर से गवाह बनाने के लिए सूरत लेकर भी गई थी.अख‍िल इस मामले में एक गवाह था और उसने गुजरात के गांधीनगर की अदालत में अपना बयान भी दर्ज कराया था.

 सूरत की दोनों बहनों ने रिपोर्ट में आसाराम के खिलाफ 2001 में शांति कुटिया में दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था. अखिल इस वारदात के समय आश्रम में मौजूद था. अख‍िल की हत्या से एक बार फिर आसाराम और उनका बेटा नारायण साईं चर्चा के केंद्र में हैं.

इससे पहले हाल ही में आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. सर्जरी करवाने के लिए आसाराम की जमानत अर्जी को खारिज करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, सर्जरी की कोई जरूरत नहीं है और उनकी बीमारी दवाइयों से ही ठीक हो जाएगी.

पिछले सोमवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम के वकील की सभी दलीलों को सिरे से खारिज कर दिया. आसाराम के वकील ने कहा कि उन्हें मामले में जवाब दाखि‍ल करने के लिए चार हफ्ते का वक्त चाहिए. दूसरी ओर, राजस्थान सरकार ने कहा कि आसाराम को जोधपुर से दिल्ली लाने में जो भी खर्च हुआ है, वह आसाराम के द्वारा ही वहन किया जाएगा.

गौरतलब है‍ कि एक जनवरी को चेकअप के लिए आसाराम को दिल्ली के एम्स लाया गया. सुप्रीम कोर्ट ने उनके टेस्ट कराने का आदेश दिया था, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्हें सर्जरी की जरूरत है या नहीं? आसाराम ने जोधपुर के एक अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर सुप्रीम कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की थी. याचिका में कहा गया था कि आसाराम ‘ट्राईजेमाइनल न्यूरेल्जिया’ नाम की दिमागी बीमारी से पीड़ित हैं.

मेडिकल रिपोर्ट में जल्द से जल्द आसाराम की सर्जरी कराने की सिफारिश की गई है. 72 वर्षीय आसाराम को सितंबर 2013 में गिरफ्तार किया गया था. 20 अगस्त 2013 को उनके खिलाफ जोधपुर आश्रम में यौन शोषण का मामला दर्ज किया गया था.