प्रदेश ने आर्थिक विकास दर के मामले में विकसित राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। इसका कारण राज्य में प्राइमरी सेक्टर में महत्वपूर्ण काम होना रहा। वर्ष 2013-14 में प्रदेश की आर्थिक विकास दर 11.08 प्रतिशत दर्ज की गई। वह भी ऐसी स्थिति में जब देश की आर्थिक विकास दर 4.86 फीसदी ही रही। यह बात केंद्रीय आर्थिक सांख्यिकी विभाग की वार्षिक रिपोर्ट में सामने आई है।  
रिपोर्ट के अनुसार उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, ओडिशा, तमिलनाडु, दिल्ली जैसे राज्यों की आर्थिक विकास दर दो अंकों में नहीं पहुंच पाई। वर्ष 2012-13 में 15.05 विकास दर के साथ बिहार देश के सबसे बड़े प्रदेशों में तेजी से विकास करने वाला राज्य था और मध्यप्रदेश 9.89 प्रतिशत विकास के साथ दूसरे नंबर पर था। वर्ष 2013-14 में बिहार की आर्थिक विकास दर  पांचवें स्थान पर पहुंच गई। रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश के बाद क्रमश: मेघालय, उत्तराखंड और दिल्ली का स्थान है।