जाहिर है कि बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा नामी ऑस्कर अवॉर्ड्स के मंच पर जब किसी को सम्मानित करेंगी तो देश का सिर गर्व से ऊंचा होगा ही। वाकई यह पहली बार है जब कोई भारतीय अदाकारा इंटरनेशनल स्तर पर इस कदर लगातार सफलता हासिल कर रही है। ऐश्वर्या ने इस लेवल पर पहचान तो हासिल की, लेकिन प्रियंका जैसी धाक उनकी कभी नहीं रही। ये वे पांच मौके हैं जब प्रियंका ने इंटरनेशनल लेवल पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा किया।
सुंदरता का ताज
2000 में प्रियंका की गिनती फैशन की दुनिया में सबसे असरदार चेहरों में होती थी। जाहिर है इस वजह से उन्हें मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता तक पहुंचने में कोई खास दिक्कत हुई। लगभग 16 साल पहले मिले इस ताज का मान वे आज तक रख रही हैं। मिस वर्ल्ड का ताज हासिल करने के बाद, बॉलीवुड की हीरोइन बनने से लेकर आज तक वे इंटरनेशनल लेवल पर कभी भी पहचान की मोहताज नहीं रहीं। अब पीछे देखते हैं तो मिस वर्ल्ड का ताज सिर्फ एक पायदान नजर आता है।
इंटरनेशनल सिंगर
जब भारतीय हीरोइनें बॉलीवुड फिल्मों में गा-गाकर ही खुश हो लिया करती थीं, तब प्रियंका ने बड़ा सोचा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गाने का सपना देखा और इसे पूरा भी किया। जब विदेश के नामी कलाकारों के साथ उन्होंने अपना पहला सिंगल रिलीज किया तो दुनिया देखती रह गई। कायदे से ‘इन माय सिटी” एलबम की वजह से ही उनके पांव आज विदेश में जम पाए हैं।
‘क्वांटिको” को साइन करना
कुछ ही भारतीय कलाकार हैं जो हॉलीवुड फिल्म या अमेरिकन टीवी पर अपनी कला दिखा पाए हैं। लेकिन प्रियंका जैसा ब्रेक किसी को हासिल नहीं हुआ। वे यहां कदम रखने वाली पहली तो नहीं रहीं लेकिन कदम जमाना तो उन्हीं से सीखा जाना चाहिए। भारतीय कलाकारों को इन जगहों पर छोटे रोल मिलते थे या उन्हें बतौर मेहमान कलाकार शामिल किया जाता था। जैसे ऐश्वर्र्या का ‘पिंक पेंथर 2″ वाला चंद पलों का रोल! वेस्ट की फिल्मों और टीवी पर इरफान खान और अनुपम खेर ही ऐसे कलाकार हुए जो थोड़ा नाम हासिल कर पाए। प्रियंका ही पहली साउथ एशियन एक्ट्रेस रहीं जिन्हें एक पूरे शो को लीड किया। ‘क्वांटिको” में लीड रोल हासिल करना और उसे सफल बनाना, ऐसा तमगा है जो प्रियंका के नाम के साथ हमेशा चमकता रहेगा। उन्हीं की बदौलत यह शो अपना दूसरा सीजन देख रहा है।
पीपल्स चॉइस अवॉर्ड जीतना
नामी कलाकारों के साथ इस अवॉर्ड के लिए नामित होना ही इतनी बड़ी बात थी जिसके लिए प्रियंका चोपड़ा खुशियां मना सकती थीं। लेकिन वे केवल नॉमिनेट नहीं हुईं उन्होंने इस अवॉड को हासिल भी किया। यह भी उन्हें ‘क्वांटिको” की ‘एलेक्स” के रोल की वजह से हासिल हुआ। प्रियंका यह सम्मान पाने वाली पहली साउथ इंडियन एक्टर हैं।
ऑस्कर की प्रेजेंटर
इस देसी गर्ल के लिए चीजें अब बेहतर होने लगी थीं। ‘क्वांटिको” और 2016 स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवॉर्ड्स में एक अवार्ड प्रेजेंट करने की धूम की बदौलत ही ऑस्कर वालों को प्रियंका का नाम ध्यान रहा। वे इस स्टेज पर क्या करने वाली हैं, यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन ये तय है कि ऐसा मुकाम हर भारतीय को हासिल नहीं होता।
वकाई सच है कि प्रियंका ने इंटरनेशनल लेवल पर उपलब्धियों की इतनी लंबी लिस्ट तैयार कर दी है जो लंबे समय तक याद की जाती रहेगी। इसमें भी कोई शक नहीं कि यह लिस्ट और लंबी होने वाली है।