इटारसी। नयागांव की एक 12 वर्षीय दलित बालिका से दुष्कर्म करने वाले आरोपी और उसके सहयोगी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बालिका ने जब दृष्कृत्य करने से मना किया तो आरोपी ने उसके चेहरे पर 25 बार ब्लेड मारकर लहुलूहान कर बेहोश हालत में छोड़कर भाग गया। आरोपी एक माह पूर्व भी पीड़िता से दुष्कर्म कर चुका है। घटना के बाद बेसुध पीड़िता को शनिवार कमला नेहरू हॉस्पिटल भोपाल में होश आया।

यहां मौजूद एसआई प्रज्ञा शर्मा, एएसआई आरडी झाड़े और भोपाल की महिला तहसीलदार की मौजूदगी में मजिस्ट्रियल बयान हुए। बयानों के आधार पर पुलिस ने शनिवार रात पूर्व से हिरासत में मौजूद आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली। आरोपी एक माह पहले भी बालिका से दुराचार कर चुका है। मंगलवार शाम खेत में जब किशोरी ने इसका विरोध किया तो दुराचार करने के बाद आरोपी ने वहशियाना तरीके से उसके चेहरे पर ब्लेड से दर्जनों हमले कर डाले। बेसुध बच्ची को छोड़कर आरोपी यहां से भाग निकले।

क्या है मामला

बच्ची के साथ गांव के पटेल मोहल्ला निवासी 20 वर्षीय शंकरलाल उर्फ लल्ला पुत्र रमेश यादव ने करीब एक माह पहले दुराचार किया था। शंकर ने बच्ची को धमकी दी थी कि यदि किसी को बताया तो पुलिस दोनों को पकड़कर ले जाएगी। इस वजह से मासूम ने किसी को यह बात नहीं बताई। मंगलवार शाम किशोरी को अकेला देख शंकर की हवस फिर भड़की। उसने किशोरी को 100 स्र्पए का नोट दिखाकर अपने साथ चलने को कहा।

डरी-सहमी किशोरी उसके साथ घर के पीछे खेत में चली गई। शंकर ने अपने साथी 24 वर्षीय अनिल उर्फ छोटू पुत्र मांगीलाल यादव को निगरानी के लिए खड़ा किया था। पीड़िता के अनुसार घटना के वक्त उसे असहनीय पीड़ा हुई, बच्ची ने जब इस बात से इंकार किया तो आरोपी ने पहले दुष्कर्म किया, इसके बाद हाथ में रखी ब्लेड से उसके चेहरे-गले के आसपास दर्जनों वार कर दिए। हमले में लहुलुहान पीड़िता बेहोश हो गई थी।

बेसुध छोड़ भागे

खून से लथपथ बच्ची बेदम हो चुकी थी। इसके बाद आरोपी यहां से चुपचाप गांव में आ गए। बुधवार को ही पुलिस ने शंकर और अनिल को संदेह के आधार पर उठा लिया था। जैसे ही बच्ची ने बयानों में आरोपियों के नाम स्पष्ट किए, पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी कर ली।

थाना प्रभारी गिरीश खरे, एसआई लवकुश शर्मा एवं पुलिस स्टॉफ ने एसडीओपी की मौजूदगी में गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी की। आरोपी छोटू के अनुसार उसने रैप नहीं किया, वह खेत पर खड़े होकर निगरानी कर रहा था।

कार्रवाई करेंगे

पीड़िता को होश आने के बाद आरोपियों के नाम पता चले। दोनों आरोपी पूर्व से हिरासत में थे। तत्काल उनकी गिरफ्तारी की गई। मामले में एक्टोसिटी एक्ट की धाराएं बढ़ाई गई हैं। घटना से जुड़े साक्ष्य, कपड़े एवं अन्य बरामदगी कर मेडीकल के बाद आरोपियों को न्यायालय पेश करेंगे। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मेरे द्वारा मामले की जांच की जा रही है। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में कराने का प्रयास करेंगे, जिससे जल्द फैसला आ सके।