नई दिल्ली। हाईस्पीड ट्रेन सबसे पहले दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर चलेगी। यदि स्पेन की टेलगो कंपनी ने अपनी ट्रेन मौजूदा पटरी पर 160 से 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई तो दोनों शहरों के बीच यात्रा करीब 12 घंटे में पूरी होगी। अभी 17 घंटे लगते हैं।

रेलवे के अधिकारी ने बताया कि स्पेन की टेलगो ने प्रयोग के रूप में दिल्ली-मुंबई मार्ग की मौजूदा पटरियों पर हाईस्पीड ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रखा है। रेलवे की मंजूरी मिलने पर टेलगो पर पटरियों में हल्का बदलाव करना होगा। ट्रेन रेक स्पेन से मंगा भारत में असेंबल किए जाएंगे। टेलगो ने हल्की व तेज गति ट्रेन निशुल्क प्रयोग करने की पेशकश की है।

समय में कमी के अलावा टेलगो की अपेक्षाकृत हल्की ट्रेनें 30 प्रतिशत कम ऊर्जा का उपभोग करती है। इससे रेलवे का बिजली बिल भी घटेगा। प्रयोग के दौरान मिले नतीजे तय करेंगे कि रेलवे अन्य रेलमार्गों पर भी हाईस्पीड ट्रेनों का परिचालन शुरू करेगा या नहीं। एशिया व अमरीका में पहले ही ऐसी ट्रेनों का परिचालन हो रहा है।