काठमांडू। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री सुशील कोइराला का 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। मंगलवार रात 12 बजकर 50 मिनट पर काठमांडू के महाराजगंज स्थित अपने निवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

लंबे समय से कोइराला का इलाज कर रहे डॉक्टर करबिर योगी के मुताबिक, कोइराला पिछले चार दिन से बीमार थे और निमोनिया से पीड़ित थे।

नेपाली कांग्रेस के सदस्य सुशील कोइराला को फरवरी 2014 में देश का प्रधानमंत्री चुना गया था। वे नेपाली कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष भी थे।

वर्ष 1954 में नेपाली कांग्रेस की विचारधारा से प्रेरित होकर राजनीति में आए कोइराला वर्ष 1960 में राजतंत्र की वजह से निर्वासित होकर 16 वर्ष तक भारत में रहे।

निर्वासन के दौरान वे पार्टी के आधिकारिक प्रकाशन तरूण के संपादक रहे। वे वर्ष 1998 में नेपाल के उपराष्ट्रपति बने थे।

भारत से थे अच्छे संबंध, मोदी-शरीफ को मिलवाया था
कोइराला के भारत से अच्छे संबंध थे। यहां तक कि नवंबर 2014 में काठमांडू में हुए सार्क सम्‍मेलन के दौरान प्रधानमंत्री सुशील कोइराला, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच बातचीत के सूत्रधार बने थे।
कोइराला ने मोदी और शरीफ की मुलाकात के लिए उन्‍हें अलग ले जाकर बात कराने की कोशिश की थी। इसके बाद दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और उनके बीच बातचीत भी हुई थी।