विश्व कप में आज के पहले मुकाबले में नीदरलैंड्स और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने थे। मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया और पहले बल्लेबाजी करने उतरी नीदरलैंड्स की टीम ने 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 133 रन बनाए, इसके जवाब में इंग्लिश टीम पूरी तरह से बेबस दिखाई दी और महज 88 रन पर पूरी इंग्लिश टीम को ढेरकर नीदरलैंड्स की टीम ने 45 रनों से एतिहासिक जीत दर्ज की। हालांकि दोनों टीमें पहले ही सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी थीं।

पहले बल्लेबाजी करते हुए नीदरलैंड्स को पहला झटका चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर स्वार्ट (13) के रूप में लगा जिनको ब्रॉड ने पवेलियन का रास्ता दिखाया। इसके बाद मायबर्ग (39) भी बोपारा की गेंद पर 12वें ओवर में हेल्स के हाथों कैच हो गए जबकि टॉम कूपर (8) ब्रॉड की एक गेंद पर 17वें ओवर में जॉर्डन के एक शानदार कैच का शिकार हुए। हालांकि फिर इंग्लिश गेंदबाजों ने रन की गति पर लगाम लगाए रखी। इसके बाद 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर पीटर बोरेन (7) को भी ब्रॉड ने भी आउट कर दिया। जबकि आखिरी ओवर में 131 के कुल स्कोर पर बारेसी (48) एक अच्छी पारी के बाद जॉर्डन की गेंद पर बोल्ड हो गए और अपने शतक से महज दो रनों से चूक गए। इसके साथ नीदरलैंड्स न 5 विकेट खोते हुए 20 ओवर में 133 रन बनाए। इंग्लैंड की तरफ से ब्रॉड ने सर्वाधिक 3 विकेट लिए वहीं जॉर्डन और बोपारा ने 1-1 विकेट हासिल किया।

इसके बाद जवाब में उतरी इंग्लिश टीम से उम्मीद थी कि इस मामूली से दिखने वाले लक्ष्य को वो आसानी से हासिल कर लेंगे, लेकिन फिर जो मैदान पर हुआ उसने सभी की हैरत में डाल दिया। पूरी इंग्लिश टीम में कोई खिलाड़ी 20 रन भी नहीं बना सका। सर्वाधिक रन रवि बोपारा (18) के बल्ले से निकले। इंग्लैंड की टीम को तीसरे ओवर में लंब (6) के रूप में पहला झटका लगा और उसके बाद ये विकेटों का पतझड़ थमा नहीं। एलेक्स हेल्स (12), मोइन अली (3), इयोन मोर्गन (6), जोस बटलर (6), टिम ब्रेसनन (5), क्रिस जॉर्डन (14), कप्तान स्टुअर्ट ब्रॉड (4) और अंतिम विकेट के रूप में स्टीफन पैरी (1), सभी सस्ते में 88 रन के कुल स्कोर के अंदर आउट हो गए। नीदरलैंड्स की तरफ से वेन बीक ने 2 ओवर में 9 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि मुदस्सर बुखारी ने 3.4 ओवर में 12 रन देकर तीन विकेट झटके। वेन डर गगटन और पीटर बोरेन के हाथों एक-एक विकेट आया।