ऊधमपुर। दक्षिण पूर्व एशिया और देश की सबसे लंबी नौ किलोमीटर चनैनी-नाशरी सड़क सुरंग सोमवार को आर-पार हो गई। उम्मीद है कि यह सुरंग निर्धारित समय मई 2016 तक बनकर तैयार हो जाएगी।

इस सुरंग के शुरू होने से जम्मू-श्रीनगर के बीच का फासला करीब 30 किलोमीटर कम होगा और प्रतिदिन औसतन 27 लाख रुपए के ईंधन की भी बचत होगी। इसके साथ वाहनों चालकों को ट्रैफिक जाम से निजात के साथ भूस्खलन, बर्फबारी और गोलदार पहाड़ी रास्ते से भी छुटकारा मिलेगा।

 

इस सुरंग से डोडा, भद्रवाह व किश्तवाड़ जिले के लोगों को भी लाभ मिलेगा और यह राज्य में पयर्टन के लिए भी सहायक साबित होगी। चनैनी-नाशरी सुरंग का आठ अगस्त 2011 से दोनों छोर से काम जारी था।
सोमवार शाम करीब पांच बजे केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह की मौजूदगी में सुरंग के आर-पार होने के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के इतिहास में एक और मील का पत्थर रखा गया।