नई दिल्ली। केंद्र और दिल्ली सरकार की अलग-अलग नीतियों से नाराज हजारों ऑटो व टैक्सी चालक आज हड़ताल पर हैं। इससे लोगों को दिक्कत आनी शुरू हो गई है। सुबह से ही लोग ऑटो-टैक्सी का इंतजार करते नजर आए, लेकिन लोगों को निराशा ही मिली।

ऐसे में मेट्रो व डीटीसी बस के साथ-साथ अगर आप कामकाज के सिलसिले में ऑटो व टैक्सी भी लेते हैं तो आज थोड़ा सतर्क रहें। गंतव्य तक पहुंचने के लिए कोई और विकल्प ही बेहतर होगा।

केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए रोड ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बिल 2014 जिसे कुछ लागू किया जाना है तथा दिल्ली में AAP सरकार बनने के बाद किए गए वादों में से एक भी वादे पूरे नहीं किए जाने से नाराज दिल्ली के ऑटो टैक्सी चालकों ने इसका विरोध करते हुए पूरे दिन हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है।

नतीजा दिन भर सड़कों पर ना तो हजारों ऑटो रिक्शा, ना ही काली-पीली टैक्सी और ना ही सामान्य टैक्सियां चलेंगी। इससे दिल्ली वालों के साथ-साथ बाहर से आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। एयरपोर्ट, तमाम रेलवे स्टेशनों पर खासा प्रभाव पड़ेगा।

हड़ताल की चेतावनी ऑटो-टैक्सी संगठनों ने पहले ही सरकार को दे दी थी, मगर सरकार की ओर से कोई पहल नहीं होने से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज पूरे दिन ऑटो टैक्सी वाले चक्का जाम कर विरोध जताएंगे।

ऑटो-चालकों का कहना है सरकार अवैध तरीके से कैब चलाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और आए दिन बेवजह कभी परिवहन विभाग को कभी ट्रैफिक पुलिस परेशान करती है। किसी कारणवश कोई कागजात साथ नहीं रहने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना कैसे कोई चालक दे सकता है।

लालबत्ती जंप करने, लाइसेंस ना होने, सीट बेल्ट नहीं पहनने आदि पर जिस तरह भारी भरकम जुर्माने किया जाता है। यह किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं है। दिल्ली परिवहन विभाग के अधिकारी परमिट हस्तांतरण कराने वाले चालकों को परेशान कर रही है।