मुंबई। शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। एक न्यूज चैनल ने दावा किया है कि इंद्राणी ने अपने आरोप मान लिए हैं। इससे पहले मीडिया के सामने आए इंद्राणी मुखर्जी के पहले पति सिद्धार्थ दास ने शीना और मिखाइल का जैविक पिता होने का दावा किया और कहा कि अगर इंद्राणी ने उसकी पुत्री की हत्या की है तो फांसी दी जानी चाहिए।

मेरे बच्‍चे हैं शीना और मिखाइल
सिद्धार्थ ने मीडिया से कहा कि शीना और मिखाइल मेरे बच्चे हैं और मैं इसकी जांच के लिए डीएनए परीक्षण के लिए भी तैयार हूं। बेहतर जीवनशैली की खातिर और धन की चाहत में इंद्राणी ने मुझे 1989 में छोड़ दिया था। सिद्धार्थ ने अपने दोनों हाथ जोड़ते हुए कहा कि मैं अपने नए परिवार में पत्नी और पुत्र के साथ खुशी से रह रहा हूं। कृपया मुझे शांति से रहने दें।

इंद्राणी ने कबूल किया अपना गुनाह
वहीं इंद्राणी मुखर्जी ने खुलासा किया कि शीना का शव उसने और उसके पूर्व पति संजीव खन्ना ने कार में अपने बीच में ही रखा था। पुलिस को संदेह है कि इंद्राणी और संजीव ने यह कार रायगढ़ जाने के लिए किराए पर ली थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इंद्राणी ने बताया कि रायगढ़ जाते समय कार की पिछली सीट पर बैठे थे और उन्होंने शीना का शव अपने बीच में ही रखा था ताकि नाकाबंदी के दौरान पुलिस को कोई शक नहीं हो।

गला दबाकर की थी हत्‍या
इंद्राणी ने कहा कि 24 अप्रैल 2012 को शीना की गला दबाकर हत्या करने के बाद उसके शव को एक सूटकेस में डालकर उसे कार की डिक्की में रख दिया था। कार को उसके तीसरे पति और स्टार इंडिया के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर मुखर्जी के गैरेज में खड़ा किया था।
दूसरे दिन इंद्राणी, संजीव और कार चालक श्याम राय ने सूटकेस से शव को निकाला। इंद्राणी और संजीव कार की पिछली सीट पर बैठे और नाकाबंदी के भय से शव को अपने बीच ही रखा। इसके बाद शव को रायगढ़ जिले के जंगल में फेंक दिया गया। मुंबई में बांद्रा की एक अदालत ने कल इंद्राणी, संजीव और श्याम की पुलिस रिमांड की अवधि पांच सितम्बर तक बढ़ा दी थी।