हैदराबाद: हैदराबाद विश्वविद्यालय में एक दलित शोधार्थी के आत्महत्या करने के मामले की जांच के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गठित दो सदस्यीय तथ्यान्वेषी समिति अपनी रिपोर्ट तैयार करने के आखिरी चरण में है और वह आज अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है।
सूत्रों ने बताया, ‘यह उम्मीद की जाती है कि रिपोर्ट आज मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को सौंप दी जाएगी।’ ऐसा समझा जाता है कि समिति ने छात्रों, शिक्षाविदों और अन्य समेत विभिन्न तबके के लोगों से अपनी हैदराबाद यात्रा के दौरान बातचीत की।
सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में विश्वविद्यालय के अधिकारियों की भूमिका पर विचार किया जाएगा, जिनपर आत्महत्या का दोष मढ़ा गया है और व्यवस्थागत पहलुओं पर भी विचार किया जाएगा ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो।
एचआरडी मंत्रालय ने इस सप्ताह की शुरूआत में शकीला टी शम्सु और उप सचिव स्तर के अधिकारी सूरत सिंह की सदस्यता वाली दो सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल का गठन किया था जिसे दलित शोधार्थी रोहित वेमुला के आत्महत्या करने के मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित शोधार्थी रोहित वेमुला द्वारा आत्महत्या से पहले कथित तौर पर लिखे गए पत्र को विश्लेषण के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया, ‘पत्र को हैंडराइटिंग के मिलान और अन्य विश्लेषण के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने में कुछ दिन लगेंगे।’
वेमुला हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पीएचडी का छात्र था। उसकी आत्महत्या के मामले ने राजनैतिक तूफान खड़ा कर दिया है। रोहित का शव हैदराबाद विश्वविद्यालय परिसर में हॉस्टल के एक कमरे में गत रविवार को छत से लटकता पाया गया था।