मुंबई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा वन-डे सीरीज में लगातार चार मैच हारने के बाद भारतीय टीम के लिए भले ही कुछ भी सकारात्मक न नजर आ रहा हो, लेकिन आगामी तीन टी-20 मैचों की सीरीज से असली तस्वीर उभर कर सामने आएगी कि धोनी एंड कंपनी मार्च में अपने देश में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए कितनी तैयार है।

लगता है कि अपने सबसे विश्वस्त खिलाड़ी सुरेश रैना के आने से धोनी अपनी बल्लेबाजी की पहेली सुलझा पाएंगे। हालांकि बायें हाथ के बल्लेबाज रैना ने स्वीकार किया कि बल्लेबाजी क्रम में लगातार बदलाव ने उनको प्रभावित किया और वनडे टीम में स्थान गंवाने की यह एक बड़ी वजह रही।

तीन टी-20 मैचों के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले रैना ने कहा, “ये बेहतर होगा कि वे (टीम प्रबंधन) क्रीज पर जाने से दस ओवर पहले मुझे मेरे क्रम के बारे में बता दें। अपनी योजना के अनुसार खेलने के लिए यह जरूरी है।”

फॉर्म में लौट चुके और ऊर्जा से भरपूर रैना ने टी-20 में अपना पसंदीदा बल्लेबाजी स्थान बताने के लिए कोई झिझक नहीं दिखाई। उन्होंने कहा, “मैं नंबर तीन पर बल्लेबाजी करना पसंद करूंगा। इंडियन प्रीमियर लीग में मैं इसी स्थान पर बल्लेबाजी करता हूं। इस स्थान पर खेलते हुए मैंने सर्वाधिक रन (15 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 471) बनाए हैं। हालांकि मेरा बल्लेबाजी क्रम कोचों और कप्तानों पर निर्भर है। ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद मैं कप्तान और कोच से इस बारे में बात करूंगा। अगर विराट कोहली नंबर तीन पर खेलते हैं तो मैं नंबर चार पर भी उतर सकता हूं।”

पिछले साल ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में खेले गए विश्व कप में छह पारियों में 56.80 के औसत से 284 रन बनाने वाले रैना ने कहा, “मेरा मुख्य उद्देश्य टी-20 में टीम इंडिया की वापसी कराना है। हम चार वनडे मैच हार चुके हैं। मेरा लक्ष्य टीम को तीनों टी-20 मैच जिताना है। इससे हमें टी-20 विश्व कप से पहले खोया आत्मविश्वास हासिल करने में मदद मिलेगी। हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन करना बेहद जरूरी है।”