आईपीएल के सातवें संस्करण में कोलकाता नाइटराइडर्स को खिताब दिलाने वाले गौतम गंभीर के लिए बहुत कुछ बदल गया है. केकेआर को दूसरा खिताब मिला, तो गंभीर के लिए टीम इंडिया के दरवाजे खुल गए. गौतम को इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम में मौका मिला है.तकरीबन दो साल तक टीम से बाहर रहने के बाद लौटे गंभीर की जिंदगी में बड़े बदलाव आए है. केकेआर के कप्तान अब एक बिटिया के पिता बन गए हैं. गौतम गंभीर अपनी बेटी को खुद का गुड लक मानते हैं. आज तक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में गौतम गंभीर ने कहा, ‘बेटी के जन्म के बाद बहुत सारी चीजें बदल गई है. आईपीएल के व्यस्त कार्यक्रम से छुट्टी मिलने के बाद पिता की जिम्मेदारी निभा रहा हूं.’

आईपीएल को टीम इंडिया में लौटने के लिए बतौर प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने के सवाल पर गंभीर ने कहा, ‘मैं पहले भी कह चुका हूं कि आईपीएल को कभी भी टीम इंडिया में लौटने के लिए प्लेटफॉर्म नहीं माना. आईपीएल में मेरी प्राथमिकता और जिम्मेदारी केकेआर है. अगर मैं इसे टीम इंडिया में लौटने के लिए इस्तेमाल करता हूं तो इससे गलत संदेश जाएगा. हर खिलाड़ी अपने बारे में सोचेगा. एक लीडर और टीम के लिए ये ठीक नहीं होता है.’

इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली टीम में गौतम गंभीर को शामिल किया गया है. दौरे की तैयारियों को लेकर गौतम गंभीर ने कहा, ‘अभी तैयारी शुरू नहीं की है. आईपीएल के बिजी शेड्यूल से थोड़ा समय मिला है. लेकिन जल्द ही शुरू करूंगा. गंभीर ने कहा कि यह हमारे लिए बड़ा मौका है. इंग्लैंड की टीम भी बदली है लेकिन बराबरी की टक्कर होगी. ओवरसीज हो या घरेलू दौरा, भारतीय टीम कहीं भी कमजोर नहीं रही है. पूरी ताकत के साथ खेलना किसी भी परिस्थिति में प्लस प्वाइंट रहता है.

एक सवाल के जवाब में गंभीर ने कहा, ‘मैंने कभी भी ये नहीं सोचा कि मैं किसी और कारण से टीम से बाहर हूं. लेकिन कभी-कभी निराशा होती है. मेरा काम रन बनाने का है और टीम को अच्छी बुनियाद देने का है. उन्होंने कहा कि रन बनाने से कॉन्फिडेंस बढ़ता है, ना कि टीम में लौटने से.

शिखर धवन के साथ ओपनिंग की संभावना पर गंभीर ने कहा, ‘दो लेफ्ट हैंडर ओपनरों का विकेट पर होना थोड़ा अलग है. लेकिन इसमें मेरा कोई विश्वास नहीं है. ओपनरों का काम होता है अच्छा स्टार्ट देना.

ड्रेसिंग रूम के माहौल पर गौतम गंभीर ने कहा, ‘मैं सीरीज दर सीरीज सोचता हूं. बहुत दूर तक नहीं सोचता. मैं नहीं जानता आगे क्या होगा. नए खिलाड़ियों का आना और पुरानों का जाना, एक सिलसिला है. लेकिन ड्रेसिंग रूम का मोटिव मायने रखता है.’ अगर टीम का लक्ष्य मैच और सीरीज जीतना है तो कोई फर्क नहीं पड़ता.

गौरतलब है कि गंभीर के अलावा इस दौरे पर दो ही ऐसे खिलाड़ी है, जो पहले भी इंग्लैंड का दौरा कर चुके हैं. इनमें से एक खुद कप्तान धोनी और दूसरे ईशांत शर्मा. ऐसे में गौतम गंभीर से उनके चाहने वालों की उम्मीदें बढ़ जाती है.