दिल्ली में बुधवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा होगी. बताया जा रहा है कि इस दौड़ में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास सबसे आगे चल रहे हैं. गौरतलब है कि झारखंड में पहली बार बीजेपी गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है. मंगलवार सुबह घोषित नतीजों में 81 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी और आजसू ने मिलकर 42 सीटें जीती हैं.गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के चुनाव हार जाने के बाद रघुवर प्रसाद की दावेदारी और भी मजबूत हो गई है. इसके अलावा मोदी सरकार में ग्रामीण विकास राज्यमंत्री सुदर्शन भगत, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय और मोदी सरकार में वित्त राज्यमंत्री और यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा भी रेस में शामिल बताए जा रहे हैं.

इन 5 मुख्यमंत्रियों के लिए रहा कयामत का दिन

मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले रघुवर प्रसाद 30 दिसंबर 2009 से 29 मई 2010 तक झारखंड के उपमुख्यमंत्री भी रहे हैं. वह टाटा स्टील में काम करते थे. 1995 से वह जमशेदपुर ईस्ट सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं. वह गैर-आदिवासी मूल के हैं और पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी के मौजूदा रुख को देखते हुए उनकी सामाजिक पृष्ठभूमि भी उनके पक्ष में काम कर सकती है. अगर वह मुख्यमंत्री चुने गए तो वह 32 फीसदी आदिवासी आबादी वाले प्रदेश के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे.