बीजिंग। चीन के सबसे अमीर व्‍यक्‍ित वांग जियान लिन भारत में 10 अरब डॉलर की इंडस्ट्रियल पार्क प्रोजेक्‍ट को शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। यह देश में सबसे बड़ा प्रोजेक्‍ट होगा। चीन का सबसे बड़ा कॉमर्शियल प्रॉपर्टी डेवलपर वॉन्‍डा ग्रुप ने हरियाणा राज्‍य के साथ एक शुरुआती समझौते पर हस्‍ताक्षर किया है।

कंपनी ने कहा कि वह हरियाणा में एक इं‍डस्ट्रियल जोन बनाएगी। वॉन्‍डा इंडस्ट्रियल न्‍यू सिटी के पहले चरण का काम इस साल शुरू हो सकता है, जो कि 13 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला होगा। इसमें सॉफ्टवेयर से लेकर कार और हेल्‍थकेयर इंडस्‍ट्री तक की कंपनियां शामिल होंगी।

कुशमैन एंड वेकफील्ड में दक्षिण एशिया के लिए कार्यकारी प्रबंध निदेशक संजय दत्त ने कहा कि 10 अरब डॉलर के निवेश वाले इस प्रोजेक्‍ट के पूरे होने के बाद उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विजय के रूप में देखा जाएगा।

उन्‍होंने विदेशी पूंजी को भारत में निवेश के लिए लाने के लिए काफी प्रयास किए थे। निवेश की पूंजी को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह भारत में किया गया सबसे बड़ा विदेशी निवेश है।

ऐसा रहा संघर्षपूर्ण सफर

वांग ने सेना में देश की सेवा करने के साथ कई दिनों तक सरकारी नौकरी की। 1989 में वो शीगैंग रेसिडेंशियल डेवलपमेंट के जनरल मैनेजर बनने के बाद वांग की नई चुनौतियो का सफर शुरू हुआ। वे जिआंगयिन स्थित एक फैक्ट्री के प्रमुख भी रहे। 1992 में उन्होंने डालियन वांडा ग्रुप में जनरल मैनेजर पद की कमान संभाली।

कंपनी घाटे में थी। वांग ने सेना के एक पुराने दोस्‍त की मदद से कर्ज जुटाया और कंपनी को मुनाफे में ले आए। 1993 में वे इसी कंपनी में सीईओ बन गए। 2012 में अमेरिका की एएमसी एंटरटेनमेंट को खरीदकर वांग दुनिया की सबसे बड़ी सिनेमा चेन के मालिक बने