ब्रिटेन। सर्बिया में रहने वाले 50 वर्षीय एलेक्जेंडर पेशे से डेंटिस्ट कई वर्ष पहले चेक गणराज्य के टेपलिस शहर में प्रैक्टिस करने आए थे। इसी दौरान उनकी मां की मृत्यु हो गई और एलेक्जेंडर के पास पैसे खत्म हो गए थे। इसलिए वह वापिस सर्बिया नहीं जा पाए थे।

ऐसे में लोगों की नजरों से बचने के लिए उन्होंने 15 साल यूं ही जंगल में गुजार दिए। क्रूसाना गोरा में जंगलों में उन्‍होंने जंगली फल, लोगों के छूटे हुए सामान और आस-पास के गांव से जरूरी सामान मांगकर अपना जीवन गुजारने लगे।

कई बार कुछ सामान लेने वह शहर भी चले जाते थे। इसी दौरान पीटर सिल्वा नाम के एक प्रोफेसर ने उन्हें वहां देखा। एलेक्जेंडर से बात की और सारा मामला समझकर उन्हें वापिस सर्बिया तक पहुंचाने में मदद की।