मंदसौर। महाराणा प्रताप बस स्टैंड पर सिंहस्थ मद के कार्य शुरू होते ही फिर से विवाद गहराने लगे हैं। रविवार से यात्री प्रतीक्षालय के निर्माण के लिए गड्ढे खोदने का कार्य शुरू हुआ था। सोमवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि अंदर से मानवों की हड्डियां निकल रही हैं। इससे समाज की भावनाएं आहत हो रही हैं। इस भूमि को लेकर नपा सभी न्यायालयों में जीत चुकी है, वहीं मुस्लिम समाज इसे अपने कब्रिस्तान की भूमि बताता रहा है।

महाराणा प्रताप बस स्टैंड के सर्वे नंबर 1041 की भूमि को लेकर फिर से विवाद गहराने लगा है। नपा द्वारा सिंहस्थ मद में स्वीकृत यात्री प्रतीक्षालय, पेयजल टंकी, नाली निर्माण, टीन शेड और सीसी निर्माण का कार्य कराने के लिए रविवार को ही खुदाई शुरू की थी। ठेकेदार ने अभी रैन बसेरा के नजदीक यात्री प्रतीक्षालय के लिए नींव खोदने की शुरुआत ही की है और अंजुमन सदर भूरे खां मेव व समाज के अन्य लोग वहां पहुंच गए। इसके चलते रात से ही वहां पुलिस बल तैनात है। सोमवार को भी दिन भर सीएसपी चंचल नागर सहित कोतवाली टीआई एमपीसिंह परिहार व वायडी नगर टीआई किशोर पाटनवाला पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।

सोमवार शाम को अंजुमन सदर सहित मुस्लिम समाज के कई लोग काम का विरोध करते हुए धरने पर बैठ गए। यहां नपा के खिलाफ नारेबाजी की गई। जानकारी मिलने पर एएसपी अजय प्रतापसिंह भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद आस-पास के थानों से भी पुलिस बल बुला लिया गया। बेरिकेड्स लगाकर नयापुरा से आने वाले वाहनों का प्रवेश बंद कराया गया। पुलिस के साये में निर्माण कार्य जारी रहा।

आज सुबह देंगे ज्ञापन

अंजुमन सदर भूरे खां मेव ने बताया कि सर्वे नंबर 1041 में से 0.314 हेक्टेयर और 1054 में से 0.209 आरी भूमि मप्र शासन के गजट नोटिफिकेशन के साथ ही यहां मौजूद कब्रों के आधार पर कब्रस्तान की भूमि है। यहां गड्ढे खोदने से मुस्लिम समाज की भावनाओं को आहत किया जा रहा है। सोमवार को यहां हम रात भर धरना देने के बाद मंगलवार सुबह कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे। उच्चतम न्यायालय का आदेश है कि शासन और नपा द्वारा कब्रस्तान की भूमियों की सुरक्षा की जाएगी। गड्ढे खोदने से जमीन से मुर्दों की हड्डियां निकल रही है। सुरक्षा को लेकर समाज ने कई बार प्रशासन और जनप्रनिधियों को आवेदन दिए है। इसके बाद भी समाज की भावनाओं को आहत किया जा रहा है।

इधर गुमटियों को

हटाने का भी विरोध

अंजुमन सदर ने बताय कि सर्वे 1054 की भूमि पर कब्रस्तान की सुरक्षा के लिए 40 से ज्यादा गुमटियां लगाई हैं। वहां व्यवसायी 40 साल से व्यवसाय कर रहे हैं। नपा इन्हें हटाने के लिए नोटिस पहुंचा रही है, जबकि इनकी अन्य जगहों पर वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है। गुमटियां हटाने से परिवार के पालन-पोषण को लेकर व्यवसायियों के सामने दिक्कत खड़ी हो जाएगी। अगर गड्ढे खोदना बंद नहीं किया जाता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

बंद नहीं करेंगे

नपा सर्वे 1041 व 1054 की भूमि की स्वामी है सुप्रीम कोर्ट ने भी नपा के पक्ष में ही फैसला दिया है। निर्माण सही जगह नपा की भूमि पर ही किया जा रहा है। अब निर्माण बंद नहीं करेंगे।