अंबिकापुर(निप्र)। रेलवे रिजर्वेशन काउंटर का नगदी से भरा तिजोरी सात मासूम बच्चों ने खेलते-खेलते ढूंढ निकाला। सत्तीपारा मोहल्ले में विकसित हो रही कालोनी क्षेत्र के जल निकासी के लिए बनाए गए बड़े नाले में घुसकर खेल रहे बच्चों की नजर छिपाकर रखी गई तिजोरी पर पड़ी।

मासूम बच्चों की सजगता से बरामद की गई तिजोरी से चोरी गई सारी रकम बरामद कर ली गई है। चोरों द्वारा तिजोरी को तोड़ने का प्रयास किया गया था,लेकिन उसके नहीं टूटने पर उसे सुरक्षित तरीके से स्लैब से ढके नाला में छिपाकर रख दिया गया था। नगदी समेत तिजोरी के बरामद हो जाने के बाद पुलिस अब चोरों की पतासाजी में लग गई है। चोरों का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लग सका है।

उल्लेखनीय है कि कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ई-सेवा केंद्र भवन में रेलवे का रिजर्वेशन काउंटर संचालित है। मंगलवार व बुधवार की दरम्यानी रात ग्रिल का रॉड काटकर अंदर घुसे चोरों ने रेलवे रिजर्वेशन काउंटर में नगदी से भरा तिजोरी उखाड़कर भाग निकले थे। बुधवार को मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने खोजी कुत्ते की मदद ली थी। खोजी कुत्ता घटना स्थल से सत्तीपारा के झंझटपारा इलाके तक गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी आरएस नायक ने चोरों की सक्रियता से पतासाजी के कड़े निर्देश दिए थे।

एसपी के मार्गदर्शन में कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच का दल बुधवार से ही सत्तीपारा के पंचदेव मंदिर व झंझटपारा इलाके में पतासाजी में जुटा हुआ था। गुरूवार की सुबह भी क्राइम ब्रांच प्रभारी भूपेश सिंह, सहायक उपनिरीक्षक विनय सिंह, प्रधान आरक्षक रामअवध, आरक्षक भोजराज पासवान, राकेश शर्मा, दशरथ राजवाड़े आदि पंचदेव मंदिर व झंझटपारा क्षेत्र में संदिग्धों की जांच-पड़ताल में लगे हुए थे।

इसी बीच पुलिस को खबर लगी कि खेलते-खेलते कुछ बच्चों को सत्तीपारा में विकसित हो रहे कालोनी क्षेत्र के जल निकासी के लिए बनवाए गए स्लैब ढके नाले से तिजोरी मिली है। उस तिजोरी को बच्चों ने सुरक्षित रखा हुआ है। सूचना पर कोतवाली प्रभारी सुरेश भगत के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच का दल भी मौके पर पहुंच गया। घटना स्थल पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। रेलवे अधिकारियों को भी घटना की जानकारी दी गई। आरपीएफ सब इंस्पेक्टर सतीश कुमार के साथ वाणिज्य निरीक्षक विकास तिवारी भी मौके पर पहुंच गए।

उक्त तिजोरी रेलवे रिजर्वेशन काउंटर की ही थी। पुलिस ने पंचनामा बनाकर तिजोरी को कोतवाली लाया। यहां बड़ी मशक्कत के बाद उसे तोड़ा गया तो उसमें एक लाख 35 हजार 800 रूपए नगद तथा लिस्ट बुक भी बरामद हुआ। नगर निरीक्षक सुरेश भगत ने बताया कि रेलवे प्रबंधन द्वारा जो रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी उसमें एक लाख 35 हजार 775 रूपए व दस्तावेज चोरी होने का उल्लेख था,लेकिन उस रकम से 25 रूपए अधिक तिजोरी से बरामद हुए हैं। एक हजार रूपए के 13, पांच सौ रूपए के 175 तथा सौ रूपए के 353 नोट तिजोरी से मिले। नाला में तिजोरी को फेंकने के कारण उसमे पानी भी घुस गया था,जिससे नोट गिले भी हुए थे। पुलिस ने तिजोरी व रकम को जब्त कर चोरों की पतासाजी आरंभ कर दी है।

स्लैब ढके नाले में घुसकर खेल रहे थे बच्चे-

नगदी से भरा तिजोरी मिल जाने के बाद पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पता चला कि सत्तीपारा व शीतलावार्ड क्षेत्र के छह वर्ष से लेकर 11 वर्ष तक के सात बच्चे अभिषेक, मनीष बहादुर, अभिमन्यु सारथी, राजेश प्रजापति, विष्णु पाण्डेय, प्रेम बारी व हनी बारी सत्तीपारा में विकसित हो रही कालोनी के जल निकासी के लिए तैयार स्लैब ढके नाले में घुसकर खेल रहे थे।

पकड़ा-पकड़ी नामक इस खेल में चार बच्चे नाला के भीतर भाग रहे थे और तीन उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर कार्टून में भरकर रखी गई तिजोरी पर पड़ी,जिसे कपड़े से बांधा गया था। नाला में बनाए गए स्लैब का बीच-बीच का हिस्सा खाली रखा गया है ताकि उसमें घुसकर साफ-सफाई की जा सके। इसी खाली हिस्से से घुसे बच्चों ने तिजोरी को बाहर निकाला था।

सुरक्षित रखा था बच्चों ने-

नाला से तिजोरी मिलने के बाद सातों बच्चे उसे लेकर मोहल्ले में चले गए थे। सभी ने उसे सुरक्षित रखा था। मोहल्ले के ही बड़े लोगों को इस घटना की जानकारी लगी। तब उन्हें लगा कि रेलवे रिजर्वेशन काउंटर से चोरी गया तिजोरी यही हो सकता है। मोहल्ले के कुछ उत्साही युवाओं ने इसकी खबर पुलिस को दे दी और मौके पर पहुंची पुलिस ने तिजोरी बरामद किया।

घटना स्थल पर जब तिजोरी को लेकर बच्चों के साथ पुलिस पहुंची तो वहां लोगों का मजमा लग गया था। बच्चों ने बताया कि पानी भरे नाला में सबसे नीचे ईंट रखी गई थी। उसके उपर कार्टून में भर कपड़े से बांधे गए तिजोरी को रखा गया था। तिजोरी के उपर भी ईंट रखे गए थे ताकि वह सुरक्षित रह सके। चोरों को शायद यह अनुमान ही नहीं था कि स्लैब ढके नाले में घुसकर कोई तिजोरी खोज सकता है।

नहीं खुली तिजोरी, तोड़ा गया-

सत्तीपारा में जिस नाला के पास नगदी से भरी तिजोरी मिली वहीं पर पंचनामा बनाकर रेलवे अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में उसे खोलने का प्रयास किया गया। रेलवे के वाणिज्य निरीक्षक विकास तिवारी चाबी लेकर मौके पर पहुंचे थे। चाबी से तिजोरी को खोलने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। इसकी वजह थी कि नगदी से भरे तिजोरी को पार करने के बाद चोरों ने उसे तोड़ने का प्रयास किया था। वजनी वस्तु से उसपर प्रहार किए जाने से तिजोरी के लॉकर का बैलेंस खराब हो गया था।

मौके पर चाबी से तिजोरी के नहीं खुलने के कारण पुलिस उसे लेकर सीधे कोतवाली पहुंच गई। यहां सीएसपी जितेंद्र शुक्ला की मौजूदगी में दुबारा चाबी से तिजोरी को खोलने का प्रयास किया गया,लेकिन सफलता नहीं मिलने पर उसे तोड़ दिया गया। पानी से भरे नाले में तिजोरी के रहने के कारण उसमें पानी भर गया था जिससे नोट भी गिले हो गए थे।