खाते फ्रीज करने की सिफारिश पर बीसीसीआई बिफरा, सीरीज पर संकट!
नई दिल्ली। जस्टिस लोढ़ा कमेटी पर बीसीसीआई का पहली बार सख्त बयान सामने आया है। बीसीसीआई के खाते सीज करने वाली लोढ़ा कमेटी की सिफारिश के बाद न्यू जीलैंड के साथ चल रही मौजूदा टेस्ट सीरीज और आगे के कार्यक्रम भी प्रभावित होने का खतरा पैदा हो गया है।
बीसीसीआई के अधिकारियों ने न्यू जीलैंड सीरीज रद्द होने की भी आशंका जताई है। बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर का कहना है कि टीम आईपीएल और चैंपियंस ट्राफी में कोई एक ही टूर्नामेंट में ही खेल पाएगा। अनुराग ने कहा कि लोढ़ा कमेटी की कई सिफारिशों का असर खेल पर भी पड़ेगा।वहीं जस्टिस लोढ़ा ने आज साफ कर दिया कि उसने बीसीसीआई को रूटीन मामलों में खर्च करने से नहीं रोका है। उन्होंने कहा कि मेल को ध्यान से पढ़े जाने की जरूरत है। क्रिकेटरों को भुगतान और मैचों में होने वाला खर्च रूटीन मामलों में ही आता है और इस पर कोई पाबंदी नहीं है।गौरतलब है कि कल ही लोढ़ा कमेटी ने बीसीसीआई के खाते सीज करने का निर्देश दिया था। लोढ़ा कमेटी का कहना है कि बीसीसीआई उसकी सिफारिशों का पालन नहीं कर रही। 31 अगस्त को दिए गए उसके निर्देश के मुताबिक रोजमर्रा के मामलों के अलावा भविष्य से संबंधित कोई भी फैसला बीसीसीआई फिलहाल नहीं ले सकती।
बीसीसीआई के सचिव अजय शिर्के से जब इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो उनका नंबर बंद पाया गया। कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी ने फोन नहीं उठाया। सुप्रीम कोर्ट 6 अक्टूबर (गुरुवार) को स्टेटस रिपोर्ट पर सुनवाई करेगी और इससे पहले बीसीसीआई सदस्य एक आखिरी कोशिश कर लेना चाहते हैं।
बीसीसीआई सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बोर्ड की नाराजगी इस बात पर है कि आखिर लोढ़ा कमेटी ने खातों को फ्रीज करने में इतनी जल्दी में फैसला क्यों लिया? वह भी तब जब 6 तारीख को इस मामले में सुनवाई होनी है। उसका मानना है कि इससे उसकी छवि पर असर पड़ा है और क्यों कोई टीम इंडिया के साथ आगे क्रिकेट खेलना चाहेगा?
बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की फीस प्रति टेस्ट 7 लाख से बढ़ाकर 15 लाख कर दी थी, लेकिन लोढ़ा कमेटी की सिफारिश के बाद इस फैसले को वापस लेना होगा।