कोख में लगी थी गोली, 3 घंटे का संघर्ष और जीत गई जिंदगी
ढाका। एक गर्भवती महिला के पेट में गोली लगी, जिसने उसके गर्भस्थ शिशु को भी नुकसान पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों की लगन और जिंदगी के प्रति जज्बे ने मौत को हरा दिया। घटना बांग्लादेश की है, जहां एक राजनीति रैली के दौरान नज्मा नाम की गर्भवती महिला के साथ यह दुर्घटना हुई थी।
हादसे के वक्त उसके पेट में आठ महीने का बच्चा था। गोली नज्मा के पेट को चीरते हुए उसकी गर्भस्थ बेटी सुरैया को कंधे और आंख को घायल कर देती है। उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां तीन घंटे के आपातकालीन ऑपरेशन के बाद मां और बेटी दोनों की जिंदगी को बचा लिया गया।
ढाका मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार यह हादसा जुलाई में हुआ था, जिस वजह से प्रीमैच्योर सीजेरियन डिलीवरी करनी पड़ी थी। लेकिन सही समय पर चिकित्सा सुविधा मिलने से दोनों को सही-सलामत बचा लिया गया। रविवार 16 अगस्त को नज्मा और सुरैया को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। पूरा परिवार अब खुशियां मना रहा है।