लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को नेहरू-गांधी परिवार के अलावा और किसी महापुरुष का नाम बर्दाश्त नहीं होता। यही वजह है कि उन्होंने देश में बने 6 एम्स के नाम बदल दिए, जबकि 6 में से 5 नाम उन महापुरुषों के नाम पर थे, जिनका भाजपा से कोई नाता नहीं रहा।

स्वराज ने कहा कि यूपीए के दस साल के कार्यकाल में जितनी भी योजनाएं या भवन बने उनका नाम केवल एक परिवार के नाम पर ही रखा गया।

उन्होंने बताया कि 2003 में उन्होंने 6 एम्स को 6 अलग-अलग नाम दिए थे। पटना एम्स जयप्रकाश नारायण, भुवनेश्वर एम्स का नाम नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, ऋषिकेश एम्स का नाम शहीद वीर सिंह, रायपुर एम्स का सरदार पटेल, जोधपुर एम्स मीराबाई व भोपाल एम्स राजमाता विजयराजे सिंधिया के नाम पर रखा गया था। यूपीए सरकार ने ये सारे नाम हटा दिए। जबकि 6 में से पांच नामों का ताल्लुक भाजपा से नहीं था। केवल राजमाता विजय राजे सिंधिया भाजपा की नेता थीं, लेकिन उनके पुत्र स्व. माधवराव सिंधिया कांग्रेस के नेता था। उनके पौत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्तमान में कांग्रेस के नेता हैं। कांग्रेसियों ने अपनी दादी का नाम भी बर्दाश्त नहीं किया।