मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि लोकसभा चुनाव-2019 में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करेगी, लेकिन बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. उन्होेंने कहा कि भाजपा को केंद्र में सरकार बनाने की उम्मीद है, लेकिन यह दूर की कौड़ी है.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल फोटो)

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में त्रिशंकु परिणाम आने का अनुमान लगाते हुए मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी, लेकिन कांग्रेस को अपने दम पर बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. इसलिए नई सरकार के लिए चुनाव के बाद गठबंधन जरूरी है. कांग्रेस के दिग्गज नेता ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा शासन में आने में सफल नहीं होगी. क्योंकि उसे पर्याप्त सीटें नहीं मिलेंगी और न ही बीजेपी के साथ कोई गठबंधन करने जा रहा है.

पार्टी औसतन कितनी सीटों पर जीत दर्ज करेगी और क्या में सत्ता में आने के लिए गठबंधन करेगी? इसके जवाब में कमलनाथ ने कहा कि बेशक हम बहुत अच्छा करने जा रहे हैं, लेकिन हम खुद को बहुमत तक पहुंचते हुए नहीं देख रहे हैं. चुनाव के बाद गठबंधन होगा. यह गठबंधन कई तरह का मिश्रण होगा.

बीजेपी के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगा

अपने आवास पर बातचीत के दौरान कमलनाथ ने कहा कि अगर गठबंधन है तो गठबंधन फैसले लेगा. अभी दो तरह का माहौल है-एक भाजपा विरोधी और दूसरा भाजपा समर्थक. भाजपा समर्थकों की संख्या बहुत कम है और आप देख रहे हैं कि पूरा राजनीतिक परिदृश्य ही भाजपा विरोधी है. उन्होंने कहा इसलिए जो भी संख्या आएगी देखा जाएगा. भाजपा को केंद्र में सरकार बनाने की उम्मीद है, लेकिन यह दूर की कौड़ी है. ना तो उसे पर्याप्त सीटें मिलेंगी और ना ही उसके साथ कोई गठबंधन करेगा.

हमारे पास संख्या होगी तो राहुल पीएम बनेंगे

मुख्यमंत्री से जब पूछा गया कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम बनेंगे?  इस पर उन्होंने कहा कि बेशक, अगर हमारे पास संख्या होगी तो राहुल गांधी प्रधानमंत्री होंगे. कांग्रेस पार्टी की न्यूनतम आय गारंटी योजना ‘न्याय’ के बारे में बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि गरीब लोगों को 72,000 रुपये प्रति वर्ष देना एक क्रांतिकारी योजना है. इससे 5 करोड़ परिवार गरीबी से बाहर आ जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम इसे आसानी से कर लेंगे, क्योंकि हमारे पास संसाधन है. सवाल सिर्फ संसाधन के आवंटन का है.

आयकर विभाग की छापेमारी राजनीति से प्रेरित थी

सीएम ने कहा कि उनके सहयोगियों से जुड़े परिसरों पर आयकर विभाग के छापे राजनीति से प्रेरित थे. दिल्ली और मध्य प्रदेश में 7 अप्रैल को 52 स्थानों पर छापे मारे गए थे. कमलनाथ के पूर्व विशेष ड्यूटी अधिकारी प्रवीण कक्कड़, सलाहकार राजेंद्र मंगलानी और उनके रिश्तेदार के कई स्थानों पर छापेमारी हुई थी. इस अभियान में कथित तौर पर कक्कड़ के करीबी अश्विनी शर्मा से जुड़ी संपत्तियों को भी दायरे में लाया गया. उन्होंने कहा कि छापेमारी के बारे में प्रधानमंत्री ने जो कहा वह धन कहां मिला? मैं उस व्यक्ति (अश्विनी शर्मा) को नहीं जानता हूं, वह मुझसे कभी नहीं मिला और उसने खुद मीडिया में बताया कि वह भाजपा से है. अपने बयान में उसने कहा कि वह भाजपा से है इसलिए मुझे क्यों इससे जोड़ा जा रहा है? मुझे नहीं पता.

एजेंसियों का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है केंद्र सरकार

कांग्रेस दिग्गज ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा क्या कक्कड़ के परिसर से कुछ नहीं मिला? आयकर विभाग वालों ने कोई दावा भी नहीं किया. अगर उन्हें कुछ मिलता तो उसे वह दर्ज कराते. कमलनाथ ने आयकर विभाग के बेहिसाबी 281 करोड़ रुपये के व्यापक संगठित रैकेट का पता लगाने के दावे को भी फर्जी कहते हुए खारिज कर दिया.