वॉशिंगटनअमेरिका ने कहा है कि भारत के साथ हुए ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते को लागू करने के लिए कुछ और कदम उठाने की जरूरत है और प्रस्तावित बीमा पूल पर जल्द ही एक बैठक होगी।व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के दक्षिण एशिया मामलो के वरिष्ठ निदेशक फिल रेनर ने कहा, कुछ और कदम उठाने की अब भी जरूरत है, उदाहरण के लिए, बीमा पूल के उन तौर तरीकों पर विचार के लिए हाल में सम्मेलन होगा जो वास्तव में इसे वास्तविकता में तब्दील करेंगे।

परमाणु उत्तरदायित्व पर अमेरिकी परमाणु उर्जा उद्योग की चिंताओं को दूर करने के लिए बीमा पूल के गठन पर भारत और अमेरिका के बीच हुए समझौते को बड़ी सफलता बताते हुए अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि इसके साथ नीति के स्तर पर कोई अन्य बाधा नहीं है।

राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ पिछले महीने भारत के दौरे पर गए रीनर ने कहा, असैन्य परमाणु समझौते पर सफलता के साथ आप जो देख रहे हैं वह यह कि नीति के स्तर पर, अब कोई बाधा नहीं है। अब इसका क्रियान्वयन होना है। सरकारें अनिवार्य रूप से उन फैसलों में शामिल नहीं होती हैं जो फैसले कंपनियां करती हैं। उन्होंने कहा, हमने उन अस्पष्ट पहलुओं को खत्म कर दिया है जिनकी वजह से ये कंपनियां आगे नहीं बढ पा रही थी। अभी कुछ और कदम उठाने की जरूरत है।