नई दिल्ली। निजी वाहन मालिक मात्र 2500-3000 रूपए वार्षिक टोल भरकर देशभर में कहीं भी घूम सकेंगे। उन्हें जगह-जगह टोल प्लाजा पर रसीद कटाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सड़क परिवहन मंत्रालय ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जो केंद्रीय कैबिनेट की अगली बैठक में रखा जा सकता है। हालांकि, वार्षिक पास की ये सुविधा उन वाहन मालिकों को ही मिलेगी, जिनके वाहन पर “फैसटेग” लगा होगा। अभी जिले में एक टोल प्लाजा से बार-बार निकलने के लिए मासिक पास बनता है।

सूत्रों के मुताबिक इस प्रस्ताव के बाद निजी टोल मालिको को होने वाले नुकसान की भरपाई केंद्र सरकार करेगी। यह नुकसान कुल राजस्व का 1500 करोड़ रूपए तक हो सकता है। अभी देशभर में निजी वाहनों से टोल के जरिए 1900 करोड़ रू पए की कमाई होती है।

कई प्रस्ताव तैयार : मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक सड़क परिवहन को आरामदायक बनाने के लिए कई प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। इनमें सरकारी वाहनों को फ्री पास की सुविधा देने और जिले में निजी वाहनों के नि:शुल्क आवागमन को सुनिश्चित करने तक के प्रस्ताव हैं।

राज्य में 8 नाकों पर होती है वसूली

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने छत्तीसगढ़ में 8 टोल नाकों पर टोल टैक्स वसूली की मंजूरी दी है। बीओटी ऑपरेटर इनमें से 6 नाकों से टैक्स वसूल रहे हैं। बाकी के 2 नाकों से फिलहाल वसूली नहीं हो रही है।