मंदसौर। नागपंचमी पर्व 19 अगस्त को विशेष योग के साथ आ रहा है। इस दिन नाग मंदिरों पर श्रद्घालु नाग देवता की पूजा-अर्चना करेंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नागपंचमी बुधवार को सर्वार्थ सिद्घि योग के साथ मनाई जाएगी। वहीं गोचर में सिंह राशि पर सूर्य एवं गुरु का विशेष योग बना रहा है। यह कालसर्प दोष जातक की शांति के लिए श्रेष्ठ है। वहीं वन विभाग ने सपेरों पर कार्रवाई के लिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। नागपंचमी पर प्राचीन नागेश्वर मंदिर पर विभिन्ना आयोजन होंगे।

शहर सहित जिले भर में 19 अगस्त को हर्षोल्लास के साथ नागपंचमी पर्व मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस वर्ष नागपंचमी विशेष संयोग के साथ आ रहा है। स्मार्त विप्र दैवज्ञ कर्मकांड परिषद जिलाध्यक्ष देवेश्वर जोशी ने बताया कि बुधवार को नागपंचमी आना अपने आप में विशेष योग है। इसी के साथ सर्वार्थ सिद्घि योग के साथ आ रही है वहीं गोचर में सिंह राशि पर सूर्य एवं गुरु का विशेष योग बना रहा है। इससे सिंह राशि वालों को विशेष लाभ मिलेगा।

श्री जोशी के अनुसार 15 अगस्त से 15 सितंबर तक सिंह राशि में सिंह के साथ गुरु भी रहेगा। यह माह सिंह राशि वालों के लिए विशेष रहेगा। नागपंचमी 15 अगस्त को सूर्योदय से दूसरे दिन के सूर्योदय तक पूरे 24 घंटे रहेगी। नागपंचमी कालसर्प दोष जातक की शांति के लिए श्रेष्ठ है।

कालसर्प दोष निवारण

के लिए श्रेष्ठ

श्री जोशी ने बताया कि जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष है, वे इस दुर्लभ योग में इस दोष की शांति कराएं। दोष की शांति से विशेष लाभ मिलेगा। कुंडली में कालसर्प दोष होने से अध्ययन में बाधा, रोजगार प्राप्ति एवं रोजगार में अप्रिय स्थितियां, विवाह नहीं हो पाना, अशांति, पति-पत्नी में अनबन आदि रहते है। कालसर्प दोष निवारण से लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि कालसर्प दोष कई प्रकार के होते हैं। शांति कराने के बाद भी कुछ उपाय करना चाहिए।

इन उपायों के करने

से लाभ होगा

– शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।

– नवनाग स्रोत का पाठ करें।

– नाग गायत्री का पुरश्चरण करें या कराएं।

– नाग मंदिर में नाग-नागिन प्रतिमा का अभिषेक करते हुए पूजन करें।

– सर्प सूक्त का पाठ करें।

– रुद्राक्ष धारण करें। जैसा कालसर्प हो उसके अनुसार एक, तीन, आठ, नौ आदि मुख वाला रुद्राक्ष धारण करें।

– घर में तुलसी का पौध लगाकर पूजन, दीपक आदि करें।

आरती के बाद होगी कथा

नागपंचमी पर 19 अगस्त को संत कंवरराम कॉलोनी में स्थित प्राचीन नागेश्वर मंदिर पर विभिन्ना कार्यक्रम होंगे। मंदिर के देवेश बैरागी ने बताया कि 19 अगस्त को सुबह 7 बजे नागदेवता का अभिषेक कर शाही श्रृंगार किया जाएगा। वहीं दिनभर भजन, शाम 7 बजे महाआरती व रात्रि 8 बजे नाग देवता की कथा की जाएगी। इसके बाद जागरण किया जाएगा।

वन विभाग रहेगा सतर्क

हर बार नागपंचमी पर गली-गली में सपेरे अपने पिटारे में नाग देवता को लेकर घूमते हुए दिखाई देते हैं लेकिन ऐसा करना वाइल्ड लाइन एक्ट के अंतर्गत कानून जुर्म है। इसकी रोक थाम के लिए जिला वन मंडलाधिकारी ने निर्देश जारी कर दिए हैं। सपेरों को नाग देवता को लेकर घूमना भारी पड़ सकता है। यदि सपेरों के पिटारे में सांप मिला तो 2 साल तक जेल की सजा हो सकती है।

सख्त कार्रवाई करेंगे

विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। कर्मचारियों द्वारा शहर में जगह-जगह निगरानी रखी जाएगी। सपेरों के पास सांप मिला तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।