नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शैलेश कृष्ण को ब्रेन हैमरेज होने के बाद लखनऊ से एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया। उन्हें रविवार शाम को एम्स के गहन चिकित्सा कक्ष (आइसीयू) में भर्ती कराया गया, जहां न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।

फिलहाल, डॉक्टर मस्तिष्क में ब्रेन हैमरेज के प्रभाव का आकलन कर रहे हैं और जरूरी जांच की जा रही है। एम्स प्रशासन का कहना है कि यह देखा जा रहा है कि उन्हें सर्जरी की जरूरत है या नहीं। जरूरत पड़ने पर उनकी सर्जरी की जा सकती है। फिलहाल डॉक्टर उनकी हालत के बारे में ज्यादा बताने की स्थिति में नहीं हैं।

एम्स के प्रवक्ता डॉ. अमित गुप्ता ने कहा कि उन्हें इंट्रासेरेब्रल हैमरेज हुआ है। न्यूरोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर न्यूरो सर्जरी विभाग की मदद ली जाएगी। इंट्रासेरेब्रल हैमरेज में मस्तिष्क के अंदर रक्तस्राव होता है और वह जम जाता है।

1980 बैच के आइएएस अधिकारी शैलेश कृष्ण उत्तर प्रदेश सरकार के कोआपरेटिव सोसायटी के प्रमुख सचिव हैं। रविवार को उन्हें ब्रेन हैमरेज होने के बाद लखनऊ स्थित केजेएमयू (किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी) के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति देखने के बाद उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया।

बताया जा रहा है कि वहां के डॉक्टरों ने पहले उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी थी, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की सलाह के बाद उन्हें एम्स के न्यूरो साइंस सेंटर में भर्ती कराने का फैसला किया गया।

इसके बाद लखनऊ से उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए आइजीआइ एयरपोर्ट लाया गया।

वहां से एंबुलेंस के जरिए उन्हें एम्स लाया गया। इस बाबत एम्स प्रशासन को उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने दोपहर में ही सूचना दे दी थी। ऐसे में उन्हें भर्ती करने के लिए एम्स ने पहले से ही तैयारी कर ली थी और डॉक्टर उनके पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। शाम 6.28 बजे उन्हें न्यूरोलॉजी विभाग के आइसीयू वार्ड-ए में भर्ती किया गया।