अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सांसदों से कहा है कि उनके पास इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ कार्रवाई की मंजूरी देने का अधिकार है। राष्ट्र के नाम संबोधन से पहले ओबामा ने सांसदों के एक समूह से मुलाकात की। गुरुवार रात को अपने संबोधन में वह आइएस से खतरे का मुकाबला करने को लेकर अमेरिकी रणनीति की घोषणा करेंगे। ह्वाइट हाउस में ओबामा ने अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के स्पीकर जॉन बॉएहनर, डेमोक्रेटिक नेता नैंसी पेलोसी और अन्य सांसदों से मुलाकात की।अमेरिका की ओर से कहा गया है कि आइएस आतंकियों से इराक के लिए अस्तित्व का खतरा है। ह्वाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा कि देश को एक रखने में नई इराकी सरकार की विफलता से पूरे इराक के लिए खतरा उत्पन्न हो जाएगा। इस बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि आइएस से लड़ने में मदद के लिए ब्रिटिश सरकार 16 लाख पौंड की भारी मशीनगन और गोला बारूद इराकी सरकार के पास भेजेगी। वहीं फ्रांस ने भी आइएस से लड़ने के लिए सेना भेजने की संभावना से इन्कार नहीं किया है। देश के रक्षा मंत्री जीन-वीस ली डिअन ने मंगलवार को कहा कि आतंकवाद पर अंकुश लगाने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के तहत आइएस से लड़ने के लिए फ्रांस की सेना को इराक भेजा जा सकता है। इटली की रक्षा मंत्री रॉबर्टा पिनोट्टी ने यूरोपीय यूनियन से सभी साधनों से आइएस के खतरे से लड़ने का अनुरोध किया है। दूसरी ओर इराक में आइएस आतंकियों के खिलाफ अमेरिका के हवाई हमले जारी हैं।