अमरनाथ यात्रा मार्ग पर हथियारों से लैस आतंकियों की टोली !
श्रीनगर। कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो रहे नए लड़कों ने फेसबुक पर अपनी तस्वीरें जारी कर सुरक्षाबलों की नींद उड़ा दी है। सबसे गंभीर बात यह है कि यह तस्वीरें दक्षिण कश्मीर के उसी इलाके की हैं, जहां से श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के श्रद्घालुओं का आवागमन होगा।
यह तस्वीरें सोमवार की शाम को फेसबुक पर लवर ऑफ रिजवान भाई के एकाऊंट से अपलोड हुई और अगले दो दिनों तक रही। इसके बाद यह गायब हो गई।तस्वीरों में दिखाई दे रहे आतंकियों ने सेना की वर्दी पहन रखी है। सभी के हाथों में क्लाश्निकोव राइफलें हैं।
समूह फोटो के केंद्र में त्राल इलाके का सबसे ज्यादा वांछित हिज्ब कमांडर बुरहान है। बुरहान का भाई ही गत माह त्राल में आतंकियों की सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ के दौरान क्रास फायरिंग में मारा गया था। उसकी मौत पर स्थानीय लोगों और अलगाववादियों ने सेना पर उसे फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया था। बाद में मुठभेड़स्थल के पास से एक और आतंकी का शव मिला।
बुरहान के अलावा समूह फोटो में जम्मू कश्मीर पुलिस का भगौड़ा सिपाही नसीर अहमद पंडित भी है। वह आरएंडबी मंत्री अल्ताफ बुखारी के घर पर बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात था और दो राइफलें लेकर गायब हो गया था।
यह तीनों तस्वीरें एक ही बाग में खींची गई हैं। बाग के हालात के आधार पर सुरक्षाबलों का दावा है कि यह त्राल में या फिर बीजबेहाड़ा के पास ही खिंची गई हैं। इसी इलाके के पास से श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं का आवागमन भी है।
तस्वीर में नजर आ रहे 11 आतंकियों में से दस की पहचान निसार अहमद पंडित, बिलाल अहमद बट, तारिक अहमद पंडित, आफाक अहमद, शहनवाज, बुरहान, सबजार, अश्फाक, वसीम और सद्दाम हैं। यह सभी त्राल, बीजबेहाड़ा, पुलवामा और शोपियां के रहने वाले हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दबी जबान से स्वीकार करते हैं कि दक्षिण कश्मीर में बीते कुछ महीनों में लगभग 70 युवकों ने आतंकवाद की राह चुनी है और यह 11 उनमें से ही हैं। फिलहाल, इन सभी को पकड़ने के लिए सेना और पुलिस ने एक व्यापक तलाशी अभियान चला रखा है।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि जिस एकाऊंट से यह फोटो अपलोड हुए हैं, उसकी जांच की जा रही है। यह एकाऊंट लगभग तीन साल से सक्ति्रय है।
कश्मीर मामलों के विश्लेषक मुख्तार अहमद ने कश्मीर के युवा आतंकियों की तस्वीर को एक खतरनाक ट्रेंड करार देते हुए कहा कि इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं वह किस कदर जिहादी बन चुके हैं। पहले आतंकी खुद को सबके सामने लाने से परहेज करते थे। इन तस्वीरों ने सुरक्षा एजेंसियों केा चिढ़ाया है
श्रीनगर। कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो रहे नए लड़कों ने फेसबुक पर अपनी तस्वीरें जारी कर सुरक्षाबलों की नींद उड़ा दी है। सबसे गंभीर बात यह है कि यह तस्वीरें दक्षिण कश्मीर के उसी इलाके की हैं, जहां से श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के श्रद्घालुओं का आवागमन होगा।
यह तस्वीरें सोमवार की शाम को फेसबुक पर लवर ऑफ रिजवान भाई के एकाऊंट से अपलोड हुई और अगले दो दिनों तक रही। इसके बाद यह गायब हो गई।तस्वीरों में दिखाई दे रहे आतंकियों ने सेना की वर्दी पहन रखी है। सभी के हाथों में क्लाश्निकोव राइफलें हैं।
समूह फोटो के केंद्र में त्राल इलाके का सबसे ज्यादा वांछित हिज्ब कमांडर बुरहान है। बुरहान का भाई ही गत माह त्राल में आतंकियों की सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ के दौरान क्रास फायरिंग में मारा गया था। उसकी मौत पर स्थानीय लोगों और अलगाववादियों ने सेना पर उसे फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया था। बाद में मुठभेड़स्थल के पास से एक और आतंकी का शव मिला।
बुरहान के अलावा समूह फोटो में जम्मू कश्मीर पुलिस का भगौड़ा सिपाही नसीर अहमद पंडित भी है। वह आरएंडबी मंत्री अल्ताफ बुखारी के घर पर बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात था और दो राइफलें लेकर गायब हो गया था।
यह तीनों तस्वीरें एक ही बाग में खींची गई हैं। बाग के हालात के आधार पर सुरक्षाबलों का दावा है कि यह त्राल में या फिर बीजबेहाड़ा के पास ही खिंची गई हैं। इसी इलाके के पास से श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं का आवागमन भी है।
तस्वीर में नजर आ रहे 11 आतंकियों में से दस की पहचान निसार अहमद पंडित, बिलाल अहमद बट, तारिक अहमद पंडित, आफाक अहमद, शहनवाज, बुरहान, सबजार, अश्फाक, वसीम और सद्दाम हैं। यह सभी त्राल, बीजबेहाड़ा, पुलवामा और शोपियां के रहने वाले हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दबी जबान से स्वीकार करते हैं कि दक्षिण कश्मीर में बीते कुछ महीनों में लगभग 70 युवकों ने आतंकवाद की राह चुनी है और यह 11 उनमें से ही हैं। फिलहाल, इन सभी को पकड़ने के लिए सेना और पुलिस ने एक व्यापक तलाशी अभियान चला रखा है।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि जिस एकाऊंट से यह फोटो अपलोड हुए हैं, उसकी जांच की जा रही है। यह एकाऊंट लगभग तीन साल से सक्ति्रय है।
कश्मीर मामलों के विश्लेषक मुख्तार अहमद ने कश्मीर के युवा आतंकियों की तस्वीर को एक खतरनाक ट्रेंड करार देते हुए कहा कि इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं वह किस कदर जिहादी बन चुके हैं। पहले आतंकी खुद को सबके सामने लाने से परहेज करते थे। इन तस्वीरों ने सुरक्षा एजेंसियों केा चिढ़ाया है
– See more at: http://www.jagran.com/news/national-deadly-armed-terrorists-picture-clicked-on-amarnath-yatra-route-caught-on-facebook-12550339.html#sthash.wbzRr6Ue.dpuf
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यह तस्वीरें सोमवार की शाम को फेसबुक पर लवर ऑफ रिजवान भाई के एकाऊंट से अपलोड हुई और अगले दो दिनों तक रही। इसके बाद यह गायब हो गई।तस्वीरों में दिखाई दे रहे आतंकियों ने सेना की वर्दी पहन रखी है। सभी के हाथों में क्लाश्निकोव राइफलें हैं।
समूह फोटो के केंद्र में त्राल इलाके का सबसे ज्यादा वांछित हिज्ब कमांडर बुरहान है। बुरहान का भाई ही गत माह त्राल में आतंकियों की सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ के दौरान क्रास फायरिंग में मारा गया था। उसकी मौत पर स्थानीय लोगों और अलगाववादियों ने सेना पर उसे फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया था। बाद में मुठभेड़स्थल के पास से एक और आतंकी का शव मिला।
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यह तीनों तस्वीरें एक ही बाग में खींची गई हैं। बाग के हालात के आधार पर सुरक्षाबलों का दावा है कि यह त्राल में या फिर बीजबेहाड़ा के पास ही खिंची गई हैं। इसी इलाके के पास से श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं का आवागमन भी है।
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वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दबी जबान से स्वीकार करते हैं कि दक्षिण कश्मीर में बीते कुछ महीनों में लगभग 70 युवकों ने आतंकवाद की राह चुनी है और यह 11 उनमें से ही हैं। फिलहाल, इन सभी को पकड़ने के लिए सेना और पुलिस ने एक व्यापक तलाशी अभियान चला रखा है।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि जिस एकाऊंट से यह फोटो अपलोड हुए हैं, उसकी जांच की जा रही है। यह एकाऊंट लगभग तीन साल से सक्ति्रय है।
कश्मीर मामलों के विश्लेषक मुख्तार अहमद ने कश्मीर के युवा आतंकियों की तस्वीर को एक खतरनाक ट्रेंड करार देते हुए कहा कि इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं वह किस कदर जिहादी बन चुके हैं। पहले आतंकी खुद को सबके सामने लाने से परहेज करते थे। इन तस्वीरों ने सुरक्षा एजेंसियों केा चिढ़ाया है
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बुरहान के अलावा समूह फोटो में जम्मू कश्मीर पुलिस का भगौड़ा सिपाही नसीर अहमद पंडित भी है। वह आरएंडबी मंत्री अल्ताफ बुखारी के घर पर बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात था और दो राइफलें लेकर गायब हो गया था।
यह तीनों तस्वीरें एक ही बाग में खींची गई हैं। बाग के हालात के आधार पर सुरक्षाबलों का दावा है कि यह त्राल में या फिर बीजबेहाड़ा के पास ही खिंची गई हैं। इसी इलाके के पास से श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं का आवागमन भी है।
तस्वीर में नजर आ रहे 11 आतंकियों में से दस की पहचान निसार अहमद पंडित, बिलाल अहमद बट, तारिक अहमद पंडित, आफाक अहमद, शहनवाज, बुरहान, सबजार, अश्फाक, वसीम और सद्दाम हैं। यह सभी त्राल, बीजबेहाड़ा, पुलवामा और शोपियां के रहने वाले हैं।
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यह तीनों तस्वीरें एक ही बाग में खींची गई हैं। बाग के हालात के आधार पर सुरक्षाबलों का दावा है कि यह त्राल में या फिर बीजबेहाड़ा के पास ही खिंची गई हैं। इसी इलाके के पास से श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं का आवागमन भी है।
तस्वीर में नजर आ रहे 11 आतंकियों में से दस की पहचान निसार अहमद पंडित, बिलाल अहमद बट, तारिक अहमद पंडित, आफाक अहमद, शहनवाज, बुरहान, सबजार, अश्फाक, वसीम और सद्दाम हैं। यह सभी त्राल, बीजबेहाड़ा, पुलवामा और शोपियां के रहने वाले हैं।
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संबधित अधिकारियों ने बताया कि जिस एकाऊंट से यह फोटो अपलोड हुए हैं, उसकी जांच की जा रही है। यह एकाऊंट लगभग तीन साल से सक्ति्रय है।
कश्मीर मामलों के विश्लेषक मुख्तार अहमद ने कश्मीर के युवा आतंकियों की तस्वीर को एक खतरनाक ट्रेंड करार देते हुए कहा कि इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं वह किस कदर जिहादी बन चुके हैं। पहले आतंकी खुद को सबके सामने लाने से परहेज करते थे। इन तस्वीरों ने सुरक्षा एजेंसियों केा चिढ़ाया है
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बुरहान के अलावा समूह फोटो में जम्मू कश्मीर पुलिस का भगौड़ा सिपाही नसीर अहमद पंडित भी है। वह आरएंडबी मंत्री अल्ताफ बुखारी के घर पर बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात था और दो राइफलें लेकर गायब हो गया था।
यह तीनों तस्वीरें एक ही बाग में खींची गई हैं। बाग के हालात के आधार पर सुरक्षाबलों का दावा है कि यह त्राल में या फिर बीजबेहाड़ा के पास ही खिंची गई हैं। इसी इलाके के पास से श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं का आवागमन भी है।
तस्वीर में नजर आ रहे 11 आतंकियों में से दस की पहचान निसार अहमद पंडित, बिलाल अहमद बट, तारिक अहमद पंडित, आफाक अहमद, शहनवाज, बुरहान, सबजार, अश्फाक, वसीम और सद्दाम हैं। यह सभी त्राल, बीजबेहाड़ा, पुलवामा और शोपियां के रहने वाले हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दबी जबान से स्वीकार करते हैं कि दक्षिण कश्मीर में बीते कुछ महीनों में लगभग 70 युवकों ने आतंकवाद की राह चुनी है और यह 11 उनमें से ही हैं। फिलहाल, इन सभी को पकड़ने के लिए सेना और पुलिस ने एक व्यापक तलाशी अभियान चला रखा है।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि जिस एकाऊंट से यह फोटो अपलोड हुए हैं, उसकी जांच की जा रही है। यह एकाऊंट लगभग तीन साल से सक्ति्रय है।
कश्मीर मामलों के विश्लेषक मुख्तार अहमद ने कश्मीर के युवा आतंकियों की तस्वीर को एक खतरनाक ट्रेंड करार देते हुए कहा कि इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं वह किस कदर जिहादी बन चुके हैं। पहले आतंकी खुद को सबके सामने लाने से परहेज करते थे। इन तस्वीरों ने सुरक्षा एजेंसियों केा चिढ़ाया है
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