दक्षिण अफ्रीका में 0-2 से हार और उसके बाद जब विश्व की नंबर दो टीम और व‌र्ल्ड चैंपियन टीम इंडिया रैंकिंग पर मौजूद सातवें नंबर की टीम (न्यूजीलैंड) के हाथों वनडे सीरीज में 0-4 से रौंदी गई तो भारतीय क्रिकेट का रुतबा बिखरता नजर आने लगा। अब बारी है एशिया कप की, जहां टीम इंडिया उपमहाद्वीप के पहलुओं का फायदा उठाते हुए कोहली की कप्तानी में वापसी करने उतरेगी। टूर्नामेंट का पहला मैच श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा जबकि बुधवार को भारत मेजबान बांग्लादेश के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा। इस बार टूर्नामेंट में पांच बार की चैंपियन टीम इंडिया को प्रबल दावेदार के तौर पर नहीं देखा जा रहा है।

लगातार आलोचनाएं झेल रही भारतीय टीम का मुकाबला अब पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से होना है। यूं तो सभी की नजरें दो मार्च को भारत और गत चैंपियन पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच पर टिकी होंगी, जो कि आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद पहली बार आमने-सामने होंगे, लेकिन हकीकत ये है कि इस बार टीम इंडिया हर मैच में दबाव में ही होगी। फिनिशर धौनी की गैर मौजूदगी में अजिंक्य रहाणे, विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और रवींद्र जडेजा पर स्लॉग ओवरों में अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी होगी।

कार्यवाहक कप्तान कोहली वेस्टइंडीज में त्रिकोणीय सीरीज में भारत की कप्तानी कर चुके हैं। उन्होंने हार से शुरुआत करने के बाद लगातार सात मैच जीते थे, लेकिन उनमें से पांच जीत जिंबाब्वे के खिलाफ मिली। उनके प्रदर्शन पर भी सभी की नजर होगी। इस टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ 185 रन की धमाकेदार पारी खेली थी, लेकिन बांग्लादेश से हारने के कारण भारत फाइनल में नहीं पहुंच सका था। उसी मैच में सचिन तेंदुलकर ने अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया था।

श्रीलंका होगी प्रबल दावेदार और भारत के लिए खतरा:

चार बार की चैंपियन श्रीलंका इस टूर्नामेंट में खिताब के प्रबल दावेदारों में होगी, जिसने हाल ही में बांग्लादेश को टेस्ट (1-0), वनडे (3-0) और टी-20 (2-0) सीरीज में हराया है। उसके अनुभवी बल्लेबाज कुमार संगकारा शानदार फॉर्म में हैं, जिन्होंने टेस्ट सीरीज में अपना पहला तिहरा शतक जड़ा है। वनडे में संगकारा के शानदार प्रदर्शन के दम पर श्रीलंका ने सीरीज जीती। वह पूरी कोशिश करेंगे कि टीम पिछली बार एक भी मैच नहीं जीत पाने का गम भुलाकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करे। चौथे स्थान पर चल रहे श्रीलंका के पास भारत को वनडे रैंकिंग में दूसरे स्थान से हटाने का मौका भी है, लेकिन इसके लिए उसे एशिया कप के खिताब सहित सभी मैच जीतने होंगे, जबकि साथ ही दुआ करनी होगी कि भारत एक भी मैच नहीं जीत पाए। भारत अगर एक भी मैच जीतने में सफल रहता है तो वह एक अप्रैल की कट ऑफ तारीख तक अपना दूसरा स्थान बरकरार रखेगा।

कब कौन बना चैंपियन:

देश विजेता

भारत (5), 1984, 1988, 1990-91, 1995, 2010

श्रीलंका (4), 1986, 1997, 2004, 2008

पाकिस्तान (2), 2000, 2012

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भारत के मैच

तारीख, खिलाफ

26 फरवरी, बांग्लादेश

28 फरवरी, श्रीलंका

02 मार्च, पाकिस्तान

05 मार्च, अफगानिस्तान

(सभी मैच डे-नाइट होंगे)