स्टुअर्ट बिन्नी का भारत की विश्व कप टीम में चयन की भले ही आलोचना हो रही है लेकिन कर्नाटक के उनके प्रशिक्षकों का मानना है कि यह आलराउंडर अब काफी बदल गया है और वह आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले टूर्नामेंट में अपने आलोचकों को गलत साबित करेगा। बिन्नी 15 सदस्यीय टीम में एकमात्र तेज गेंदबाजी आलराउंडर हैं और आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड की परिस्थितियों में उनसे काफी अपेक्षा की जा रही है।कर्नाटक के गेंदबाजी कोच मंसूर अली खान ने कहा, ‘‘भारत जिस आलराउंडर की तलाश में है स्टुअर्ट वह आलराउंडर हो सकता है तथा विश्व कप विशेषकर न्यूजीलैंड की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए वह टीम के लिये काफी उपयोगी साबित हो सकता है। वह बल्ले और गेंद दोनों से काफी उपयोगी साबित होगा।’’

बल्लेबाजी कोच जे अरुण कुमार ने भी खान की हां में हां मिलायी, हालांकि उन्हें याद दिलाया गया कि बिन्नी ने इंग्लैंड में तेज गेंदबाजों की अनुकूल परिस्थिति वाले विकेटों पर जो तीन टेस्ट मैच खेले थे उनमें वह विकेट लेने में नाकाम रहा और बल्लेबाजी में भी वह छह पारियों में 118 रन ही बना पाया। बिन्नी ने जो छह वनडे खेले हैं उनमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ जून में रहा जबकि उन्होंने चार रन देकर छह विकेट लिये थे।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि स्टुअर्ट गेंदबाज के बजाय बेहतर बल्लेबाज है। लेकिन उसे गेंदबाजी आलराउंडर के रूप में देखा जाता है। आस्ट्रेलिया की पिचें उसकी बल्लेबाजी की शैली के अनुकूल हैं।’’ खान और अरुण कुमार दोनों का मानना है कि पिछले साल जनवरी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के बाद एक खिलाड़ी के रूप में बिन्नी में सुधार हुआ है।

खान ने कहा, ‘‘पिछले साल इंग्लैंड दौरे के बाद उसमें काफी बदलाव आया है। उसकी तेजी और फिटनेस में सुधार हुआ है। वह बहुत प्रभावशाली आउटस्विंग गेंदबाज था लेकिन उसकी इनस्विंगर बहुत तीखी नहीं थी। इंग्लैंड दौरे से लौटने के बाद मैंने देखा कि वह इनस्विंगर भी अच्छी कर रहा है।’’ अरुण कुमार ने आईसीएल में बिन्नी के सफल दिनों को याद किया। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आईसीएल में बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने से उसका आत्मविश्वास काफी बढ़ा। उसके बाद वह काफी परिपक्व हुआ। वह जानता है कि टीम में उसकी भूमिका क्या है।’’

अरुण ने हालांकि रोबिन उथप्पा का चयन नहीं होने पर निराशा जतायी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे रोबिन के नहीं चुने जाने पर निजी तौर पर निराशा हुई। उसने आईपीएल में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और रणजी ट्राफी में भी रन बना रहा है। मैंने उसे करीब से देखा है और इसलिए मुझे हैरानी नहीं बल्कि झटका लगा कि रोबिन टीम में जगह नहीं बना पाया।’’