तेल के दाम बढ़ने वाले हैं
सरकार ने कच्चे वनस्पति तेल और रिफाइंड ऑयल पर आयात शुल्क 5 प्रतिशत बढ़ा दिया है। सरकार की तरफ से यह कदम घरेलू किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। सरकार का यह फैसला रिटेल बाजार में खाने के तेल की कीमतें बढ़ा सकता है।इस बढ़ोत्तरी से पहले कच्चे वनस्पति तेल पर आयात शुल्क 2.5 प्रतिशत था, जिसे केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड के नोटिफिकेशन के अनुसार बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर, रिफाइंड तेल पर आयात शुल्क 10 प्रतिशत था, जिसे बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया है।2013-14 में भारत में वनस्पति तेल का आयात 12 प्रतिशत बढ़कर 11.82 मिलियन टन हो गया था। इसकी मुख्य वजह घरेलू खपत बढ़ना और ग्लोबल मार्केट में खाने का तेल सस्ता होना था। खाने के तेल की मांग हर साल लगभग 60 प्रतिशत तेल आयात करके पूरी की जाती है।
कृषि मंत्रालय ने रिफाइंड ऑयल पर आयात शुल्क 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन खाद्य मंत्रालय ने कहा कि यह बढ़ोत्तरी कम से कम 15 प्रतिशत होनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर, कच्चे वनस्पति तेल पर दोनों ही मंत्रालयों ने आयात शुल्क 2.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा था, जबकि इसे बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत किया गया है।




