गिरिराज के बयान से मोदी ने झाड़ा पल्ला
भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी का कहना है कि वह मुस्लिम ‘भाइयों’ सहित देश के सवा सौ करोड़ लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। उनका कहना है कि मुस्लिम भी देश के अन्य नागरिकों की तरह ही हैं। इसके साथ उन्होंने राम मंदिर और समान आचार संहिता जैसे विवादित मुद्दों पर स्पष्ट किया कि इनका हल संवैधानिक प्रक्रिया के मुताबिक ही निकाला जाएगा। गिरिराज सिंह के बयान पर मोदी ने कहा कि इस तरह के बयान से कोई सहमत नहीं हो सकता।
एबीपी चैनल के घोषणापत्र कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘गुजरात के मुख्यमंत्री के नाते मेरी जिम्मेदारी 6 करोड़ नागरिकों से जुड़ने की है। इन दिनों मुझे राष्ट्रीय जिम्मेदारी मिली है तो एड़ी चोटी का जोर लगा कर सवा सौ करोड़ लोगों तक पहुंचने की कोशिश करता हूं। हो सकता है 100 कदम चलना हो तो 3 चल पाऊं, 5 चल पाऊं, 7 चल पाऊं, यह अलग विषय है लेकिन देश के हर व्यक्ति तक तक पहुंचने का मुझे प्रामाणिक प्रयास करना चाहिए।’ यह पूछने पर कि क्या इसमें मुस्लिम समुदाय भी शामिल है ? मोदी ने कहा ये आपकी शब्दावली है। मैं इस शब्दावली में कभी जाने वाला नहीं हूं। आप रस्सी बांध करके मुझे ले जाओगे तो भी नहीं ले जा पाओगे। मैं अपने देशवासियों को मिलूंगा। मैं एक ही भाषा समझता हूं ये सब भारतवासी हैं, ये मेरे भाई हैं। आपको जिस रंग में देखना है देखें। मोदी उस रंग में जाने वाला नहीं है। कल मैं चुनाव हार जाऊं तो हार जाऊं। मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन देश को तबाह कर दिया इस भाषा ने। बर्बाद कर दिया है इस सोच ने। आप मेहरबानी करके मेरी स्वतंत्रता पर इस प्रकार के हमले करना बंद कर दीजिए ।
ओडिशा में नवीन पटनायक, तमिलनाडु में जयललिता और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के खिलाफ आक्रामक होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में दोगलापन क्यों? सीधी सीधी बात होनी चाहिए। चुनाव में हम और जयललिता जी सामने सामने हैं। हम और नवीन बाबू आमने सामने हैं। उसमें देश को गुमराह क्यों करना चाहिए? जहां तक दोस्ती का सवाल है मेरी लालू जी से भी दोस्ती रहती है। हम सार्वजनिक जीवन में हैं, राजनीतिक विचारधारा के कारण हम अपने अपने स्टैंड लेते हैं लेकिन ये एक विशाल परिवार है। इसमें कोई दुश्मनी नहीं है। ममता के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह राजग में नहीं आएंगी, ये पक्का था। इसमें कोई दुविधा हमारे मन में नहीं थी।




