रेलवे स्टेशन में जल्द ही इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टम लागू किया जाएगा। उज्ौन रतलाम मंडल का पहला स्टेशन होगा, जहां ऎसी सुरक्षा सुविधाएं दी जाएंगी। पिछले दिनों खंडवा की जेल से सिमी आतंकियों के भागने जैसी घटनाओं के बाद पश्चिम रेलवे मुख्यालय मुंबई ने स्टेशन की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने का निर्णय लिया है। इसकी तैयारियों को ध्यान में रखते हुए स्टेशन में 48 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए जा चुके हैं। मुख्य गेट पर दो डोम कैमरे भी लगाए गए हैं, जो बाहर सड़क तक की निगरानी करते हैं। इंटीग्रेटेड सिस्टम लागू होने के बाद स्टेशन में सुरक्षा गार्डो को वॉकी टॉकी, वैगन लाइट और मेगा फोन जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। इससे सुरक्षा को अभेद बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही जहां जरूरत होगी, वहां पर लोहे की टाइवा से फेंसिंग की जाएगी। इससे किसी भी अवांछित व्यक्ति का स्टेशन में प्रवेश करना मुश्किल हो जाएगा।

यह होगा सिस्टम में

आरपीएफ के टीआई केएस चौहान ने बताया, सिंहस्थ-2016 में सुरक्षा के लिहाज से हमारे लिए स्टेशन की सुरक्षा सबसे अहम मसला है। इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी सिस्टम लागू होने के बाद मुख्य गेट पर सामान को स्कैन करने वाली बड़ी मशीन, सभी एंट्री गेटों पर मेटल डिटेक्टर, फ्रेम डिटेक्टर और अवैध एंट्री गेटों पर आरपीएफ के जवानों को तैनात किया जाएगा। इससे जवानों को वॉकी टॉकी, वैगन लाइट, मेगा फोन जैसे आधुनिक उपकरण भी मिल जाएंगे।

आज जाएंगे चीफ ऑपरेशन मैनेजर

12 फरवरी को जीएम के आने के पहले स्टेशन में अधिकारियों के आने का सिलसिला जारी है। गुरूवार को पश्चिम रेलवे के चीफ ऑपरेशन मैनेजर आरके टंडन स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का जायजा लेंगे। वह सुबह मुंबई से अवंतिका एक्सप्रेस से स्टेशन पहुंचेंगे और शाम को वापस लौट जाएंगे।

ट्रेनों में जोड़ा गया स्थायी कोच

यात्रियों की बढ़ी भीड़ को तक देखते हुए इंदौर-ग्वालियर और इंदौर-भिंड एक्सप्रेस ट्रेनों में एक सेकेंड एसी कोच स्थायी रूप से जोड़ा गया। इसके साथ इन ट्रेनों में अब कोचों की संख्या बढ़कर 20 हो गई।