आईपीएल-7 के फाइनल मुकाबले में कोलकाता ने पंजाब को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है. बेहद रोमांचक मुकाबले में कोलकाता ने पंजाब को 3 विकेट से शिकस्‍त दी.पंजाब ने कोलकाता के सामने जीत के लिए 200 रन का लक्ष्‍य रखा था, जिसे कोलकाता ने 3 बॉल और 3 विकेट बाकी रहते हासिल कर लिया. कोलकाता की जीत में मनीष पांडेय की अहम भूमिका रही, जिन्‍होंने अपनी टीम के लिए सर्वाधिक 94 रन का योगदान किया.

कोलकाता नाइट राइडर्स की यह दूसरी खिताबी सफलता है. दूसरी ओर, किंग्स इलेवन पंजाब की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची, लेकिन खिताब उससे दूर रह गया. नाइट राइडर्स ने इससे पहले 2012 में पहली बार खिताब जीता था.

नाइट राइडर्स के लिए 200 रनों के लक्ष्य को पार पाना आसान नहीं था. इसके बावजूद सबसे सफल बल्लेबाज रोबिन उथप्पा (5) और कप्तान गौतम गम्भीर (23) ने शुरुआत की. उथप्पा छह रनों के कुल योग पर मिशेल जानसन की गेंद पर अक्षर पटेल के हाथों लपक लिए गए.

गम्भीर ने दूसरे छोर पर तेजी से खेलना जारी रखा. उन्होंने पांडेय के साथ स्कोर को 50 के पार पहुंचाया, लेकिन 59 रनों के कुल योग पर वह करनवीर सिंह की गेंद पर डेविड मिलर के हाथों लपक लिए गए. गम्भीर ने 17 गेंदों पर तीन चौके लगाए.

गम्भीर के आउट होने के बाद यूसुफ पठान (36) विकेट पर आए. उनके आते ही मानो नाइट राइर्ड्स के अच्छे दिन लौट आए. पठान और पांडेय ने अगले 7.2 ओवरों तक किंग्स इलेवन के गेंदबाजों की ऐसी धुनाई की कि मैच नाइट राइर्ड्स के पाले में आ गया.

पांडेय और पठान ने तीसरे विकेट के लिए 43 गेंदों पर 71 रनों की साझेदारी की. पठान 130 के कुल योग पर 22 गेंदों का सामना कर चार छक्के लगाने के बाद आउट हुए. उनका विकेट कर्मवीर ने लिया.

इसके बाद शाकिब अल हसन (12) विकेट पर आए. शाकिब ने आते ही दो चौके लगाए लेकिन 156 के कुल योग पर वह रन आउट हो गए. रायन टेन डॉशेट (4) से उम्मीद थी कि वह विकेट पर बने रहते हुए पांडेय का साथ दें लेकिन 168 के कुल योग पर डॉशेट कर्मवीर की गेंद पर लपक लिए गए.

पांडेय ने 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर डॉशेट के आउट होने के बाद चौथी गेंद पर छक्का लगाया और फिर पांचवीं गेंद पर चौका लगाया लेकिन छठी गेंद पर वह बेले के हाथों लपक लिए गए. पांडेय 50 गेंदों पर सात चौके और छह छक्के लगाए. पांडेय का विकेट 179 के कुल योग पर गिरा.

इससे पहले, टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट पर 199 रन बनाए.

पंजाब की ओर से वृद्धिमान साहा ने सर्वाधिक 115 रनों का योगदान किया. उन्‍होंने महज 55 गेंदों का सामना करके अपनी लाजवाब पारी में 10 चौके और 8 छक्‍के जड़े. वे अंत तक आउट नहीं हुए. आईपीएल में यह साहा का पहला शतक है. आईपीएल-7 में तीन शतक लगे हैं, जिनमें से दो भारतीयों के नाम हैं. इससे पहले सहवाग ने शतक लगाया था, जबकि उससे पहले मुम्बई इंडियंस के लेंडल सिमंस ने 100 (नाबाद) रनों की पारी खेली थी.

किंग्‍स इलेवन पंजाब को पहला झटका वीरेंद्र सहवाग के रूप में लगा. सहवाग 10 गेंदों का सामना करके महज 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. उनका विकेट उमेश यादव ने लिया. पंजाब का दूसरा विकेट जॉर्ज बेली के रूप में गिरा, जो महज 1 रन जोड़कर चलते बने. बेली को सुनील नरेन ने क्‍लीन बोल्‍ड किया.

मनन वोहरा ने टीम के लिए 52 गेंदों में धुआंधार 67 रन बनाए. उन्‍होंने अपनी पारी में 6 चौके और 2 छक्‍के जमाए. उन्‍हें पीयूष चावला ने कॉट एंड बोल्‍ड किया. पंजाब को चौथा झटका मैक्‍सवेल के रूप में लगा, जो अपना खाता भी नहीं खोल सके.

इससे पहले, किंग्‍स इलेवन पंजाब के खिलाफ कोलकाता नाइटराइडर्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया.

एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक तरफ लगातार आठ मैच जीतकर पहुंची कोलकाता नाइटराइडर्स थी, तो दूसरी ओर इस सीजन की सबसे धमाकेदार टीम किंग्स इलेवन पंजाब थी.