IndiGo ने एयर इंडिया को खरीदने की इच्छा जताई
नई दिल्लीः निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी इंडिगो ने एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के अधिग्रहण में रचि दिखाते हुए नागर विमानन मंत्रालय को पत्र लिखा है. नागर विमानन सचिव आर एन चौबे ने आज () यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, इंडिगो ने एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया में रचि दिखाते हुए पत्र (ईओआई) लिखा है.
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रीमंडल ने कल सार्वजनिक क्षेत्र की इस विमानन कंपनी में विनिवेश को सैद्धांतिक मंजूरी दी. इसके तौर तरीकों पर विचार के लिए मंत्रियों का एक समय बनाया जाएगा. इंडिगो ने कहा है कि वह एयर इंडिया के अंतरराष्ट्रीय परिचालन व इसकी इकाई एयर इंडिया एक्सप्रेस को खरीदने में रचि रखेगी.
इंडिगो के अध्यक्ष आदित्य घोष ने पत्र में कहा है-अगर यह संभव नहीं होता है तो वह एयर इंडिया के घरेलू परिचालन सहित समूचे परिचालन को खरीदना चाहेगी. अधिकारियों ने कहा है कि नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू को यह पत्र कल (बुधवार) के मंत्रीमंडलीय फैसले के बाद भेजा गया है.
नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने यहां संवाददाताओं को बताया, अनेक अन्य निजी कंपनियों ने हमसे संपर्क किया था. लेकिन वह सब अनौचारिक बातें थीं. केवल इंडिगो न ही औपचारिक ईओआई पेश की है.एयर लाइन के ऊपर 52,000 करोड़ रुपये का कर्ज है और पूर्व संप्रग सरकार ने 2012 में उसे 30,000 करोड़ रुपये की सहायता उपलब्ध कराई थी. मार्केट शेयर के हिसाब से इंडिगो देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी है.
इसी बीच सरकार ने अरविंद काथपालिया को एयर इंडिया का परिचालन निदेशक नियुक्त किया है, मंत्रीमंडल की नियुक्ति समिति ने मार्च में जब काथपालिया के नाम को मंजूरी दी थी, एयर इंडिया के पायलटों ने इसका विरोध किया था. फरवरी में विमानन नियामक ने काथपलिया को तीन महीने के लिये निलंबित कर दिया गया था. उन पर उड़ान पूर्व अनिवार्य चिकित्सा परीक्षण से बचने का आरोप था.